Halloween 2025 Celebration in Jodhpur Happy Horse School

Last Updated:November 01, 2025, 10:38 IST
Halloween 2025: जोधपुर के हैप्पी हॉर्स स्कूल में बच्चों ने हैलोवीन डे 2025 को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया. डर और मस्ती से भरे इस दिन में बच्चों ने भूत, चुड़ैल, जोकर और वैम्पायर के कॉस्ट्यूम पहनकर रैंपवॉक किया. स्कूल को हॉरर थीम में सजाया गया था, जहाँ दीवारों पर मकड़ी के जाल, कद्दू की लाइट्स और डरावनी सजावट देखी गई. टीचर्स ने बच्चों को हैलोवीन का इतिहास भी बताया- यह त्योहार मृत आत्माओं की याद में मनाया जाता है. छोटे बच्चों ने ट्रिक-ऑर-ट्रीट गेम्स खेले जबकि बड़े बच्चों ने मास्क मेकिंग और स्पूकी वॉक में हिस्सा लिया. पूरे आयोजन ने जोधपुर के स्कूलों में रचनात्मकता और खुशी का माहौल बना दिया.
जोधपुर. शहर के हैप्पी हॉर्स स्कूल में बुधवार को कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिला. स्कूल के हर कोने में डर और मस्ती का अनोखा संगम था. मौका था हैलोवीन डे 2025 का, जिसे बच्चों ने रंग-बिरंगे और डरावने कॉस्ट्यूम्स के साथ बड़े उत्साह से मनाया. यह आयोजन बच्चों की रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को मंच देने का एक बेहतरीन तरीका साबित हुआ.
स्कूल के मंच पर जब बच्चों ने रैंपवॉक किया, तो दर्शक तालियों से गूंज उठे. बच्चों के क्रिएटिव टैलेंट को देखकर सभी हैरान थे. कोई चुड़ैल बना तो कोई वैम्पायर, किसी ने भयानक भूत का रूप लिया तो कोई डरावने जोकर के गेटअप में दिखा. बच्चों के कॉस्ट्यूम और स्पूकी मेकअप ने माहौल को और रोमांचक बना दिया. फैंसी ड्रेस शो ने बच्चों को अपने पसंदीदा डरावने किरदारों को अपनाने का मौका दिया.
स्कूल बना हॉरर थीम सेटटीचर्स ने पूरे स्कूल को हैलोवीन थीम में सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. दीवारों पर मकड़ी के जाल, डरावनी लाइट्स, और नारंगी रंग के कद्दू के पोस्टर लगे हुए थे, जिससे पूरा स्कूल किसी हॉरर थीम सेट जैसा लग रहा था. छोटे बच्चों ने पारंपरिक “ट्रिक-ऑर-ट्रीट” गेम में हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने कैंडी और उपहार इकट्ठा किए, जबकि बड़े बच्चों ने “स्पूकी वॉक” और “मास्क मेकिंग कॉम्पिटिशन” में अपनी रचनात्मकता दिखाई.
हैलोवीन की कहानी से भी बच्चों को कराया अवगतकार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने बच्चों को हैलोवीन का इतिहास भी बताया. उन्होंने समझाया कि यह त्योहार आयरलैंड और स्कॉटलैंड से शुरू हुआ था, जहाँ इसे ‘समहैन फेस्टिवल’ कहा जाता था. यह परंपरा है कि इस दिन मृत आत्माएं जीवितों से मिलने धरती पर आती हैं, इसलिए लोग डरावने परिधान पहनते हैं ताकि बुरी आत्माएं उन्हें पहचान न सकें और उनसे दूर रहें. इस तरह बच्चों ने मस्ती के साथ-साथ एक नई संस्कृति के बारे में भी जाना.
डर और खुशी का मिला-जुला अनुभवबच्चों ने न सिर्फ इस आयोजन का आनंद लिया बल्कि रचनात्मकता, टीमवर्क और सांस्कृतिक विविधता को भी समझा. सोशल मीडिया पर भी इस आयोजन की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें बच्चे भूत, प्रेत और चुड़ैलों के लिबास में नजर आ रहे हैं.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
November 01, 2025, 10:38 IST
homerajasthan
जोधपुर में उतर आए भूत-चुड़ैल! बच्चों ने स्कूल को बना दिया हॉरर हाउस



