टेंट लगाकर चल रहा था हेल्थ कैंप, पहुंच गए लोग, लौटे तो पता चला कि किसी को टीबी तो किसी को कैंसर

हाइलाइट्स
राजस्थान सरकार ने लगवाया हेल्थ कैंप.500 लोग टीबी से मिले ग्रसित, 3000 से ज्यादा लोगों में मिले कैंसर के लक्षण.
जयपुर: राज्य में चल रहे मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में टीबी की जांच कराने वाले 38,000 लोगों में से 500 से अधिक लोग फेफड़े से संबंधित बीमारी से ग्रसित मिले. 2025 तक राजस्थान को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ, स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी के इलाज की सुविधा के लिए जल्द टेस्टिंग और डायग्नोसिस के लिए 15 दिसंबर को राज्य भर में शिविर लगाया. अधिकारियों ने कहा कि इन शिविरों में भाग लेने वाले कम से कम 3,050 लोगों को माउथ, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर को लेकर आगे की जांच की सलाह दी गई.
इन शिविरों में अब तक 1.23 लाख लोगों की मुंह के कैंसर की जांच की गई और उनमें से 1,941 को आगे के टेस्ट की सलाह दी गई है. वहीं स्तन कैंसर के लिए 54,089 महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 751 को सही जांच की सलाह दी गई. स्क्रीनिंग कार्यक्रम में 358 लोगों की भी पहचान की गई, जिन्हें सर्वाइकल कैंसर के लिए आगे के टेस्ट की सिफारिश की गई है. अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग उन लोगों के केस का तबतक ध्यान रखेगा, जबतक की टेस्ट पूरी तरह से नहीं हो जाता.
शिविरों के पहले दस दिनों में, 62,940 लोगों की ईएनटी बीमारियों की जांच की गई और उनमें से 15,190 लोगों में ये बीमारियां पाई गईं. अब तक की गई कुल 2.21 लाख लोगों की जांच में से 23,541 को डायबिटीज और 27,800 से अधिक को हाई ब्लड प्रेशर के संदिग्ध मामले पाए गए. निदेशक (सार्वजनिक स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने कहा, “ये शिविर ग्रामीण समुदायों को कैंसर और टीबी सहित विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के लिए स्वास्थ्य जांच, सलाह और रेफरल सेवाएं प्रदान करते हैं. जिला अस्पतालों में 50 से अधिक रेफरल शिविर आयोजित किए जाएंगे.”
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FIRST PUBLISHED : December 27, 2024, 08:08 IST