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Sehat Ki Baat: इस बात में कोई दो राय नहीं कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्‍वस्‍थ्‍य रहने के लिए व्‍यायाम या फिजिकल वर्कआउट जरूरी है. लेकिन, इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता है कि गलत तरीके से किया गया फिजिकल वर्कआउट आपको बीमार बना सकता है. ‘सेहत की बात’ में आज हमने फिजिकल वर्कआउट के सभी पहलुओं को समझने के लिए इंद्रप्रस्‍थ अपोलो हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट की हेड डॉ. सीमा ग्रोवर से बात की.

डॉ. सीमा ग्रोवर के अनुसार, दुनिया में हमारी पहचान डायबिटिक कैपिटल ऑफ वल्‍र्ड के तौर पर बनती जा रही है. फिजिकल वर्कआउट से दूरी के चलते लोगों के शरीर को मेटाबॉलिक सिस्‍टम बुरी तरह से बिगड़ चुका है. जिसका खामियाजा पेट से जुड़ी बीमारियों के रूप में देखने को मिल रही हैं. बच्‍चों में मोटापा, बड़े लोगों में बढ़ते कैंसर के मामले  फिजिकल इनएक्टिविटी का ही नतीजा हैं.

सेडेंटरी लाइफ स्‍टाइल और फिजिकल इनएक्टिविटी का कॉकटेल
डॉ. सीमा ग्रोवर के अनुसार, कंप्यूटर के इस युग में लोगों का जीवन शैली बेहद सुस्‍त (Sedentary Lifestyle) हो चुकी है. लोगों का पूरा दिन बैठे-बैठे काम करते हुए निकल जाता है. जिसके कारण लोगों पर कार्डियोवास्‍कुलर डिसीज का खतरा मंडराता रहता है. हम सब रिस्‍क पर हैं. कितनी बार हम सुनते हैं कि युवा लोगों की अचानक मृत्‍यु हो गई. यह सब हमारी सुस्‍त जीवन शैली और व्‍यायाम से दूरी का ही नतीजा है.

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सुनें Health Podcast: समझिए, बिमारियों से बचाने और बीमारियां देने वाली फिजिकल एक्‍सरसाइज

सिटिंग इज अ न्‍यू स्‍मोकिंग …
डॉ. सीमा ग्राेवर का कहना है कि फिजिकल इनएक्टिविट लोगों के लिए सर्दी का मौसम बेहद संवेदनशील रहता है, खासकर उन लोगों के लिए जो पूरा दिन बैठे रहते हैं. अब कहा भी जाता है कि ‘सिटिंग इज अ न्‍यू स्‍मोकिंग’ यानी बैठना उतना ही हानिकारक है, जितना कोई सिगरेट पीता और अपने फेफड़े खराब करता है. अगर आप लगातार बैठे रहते हैं तो खुद से वादा करें कि हम फिजिकिली हम ज्‍यादा एक्टिव होंगे, चाहे हमारा घर में काम कर रहे हो या ऑफिस में.

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सर्दियों में इनको रखना चाहिए खास ख्‍याल
डॉ. सीमा ग्रोवर के अनुसार, सर्दियों के मौसम में ऐसे लोगों को खास ख्‍याल रखना चाहिए, जिनको रेस्‍पेरेटरी या हार्ट की समस्‍या है. ऐसे लोग सुबह-सुबह फिजिकल एक्‍सरसाइज करने की ना सोंचे. ऐसे लोगों के लिए दोपहर का समय फिजिकल वर्कआउट के लिए सबसे बेहतर है. वहीं, वो फिजिकल फिट रहने के लिए सभी को अपनी एक्टिविटी धीरे-धीरे बढ़ानी होगी.

Tags: Health News, Sehat ki baat

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