Heavy fall in the price of silver today, the faces of rural people blossomed | चांदी के भाव में आज भारी गिरावट, ग्रामीण लोगों के खिले चेहरे
दिवाली सीजन में सोने—चांदी के दामों में आई गिरावट ने ग्रामीण लोगों के चेहरे खिला दिए है। आपको बता दें की दिवाली के बाद सावों का सीजन शुरू हो रहा है। सोने—चांदी के दामों में आई गिरावट इसलिए भी महत्तपूर्ण है, क्योंकि खरीफ फसलों की कटाई कर चुके किसान इन सावों से बड़ी खरीदारी करते है।
जयपुर
Published: October 13, 2022 12:58:38 pm
दिवाली सीजन में सोने—चांदी के दामों में आई गिरावट ने ग्रामीण लोगों के चेहरे खिला दिए है। आपको बता दें की दिवाली के बाद सावों का सीजन शुरू हो रहा है। सोने—चांदी के दामों में आई गिरावट इसलिए भी महत्तपूर्ण है, क्योंकि खरीफ फसलों की कटाई कर चुके किसान इन सावों से बड़ी खरीदारी करते है। ग्रामीण भारत में आज भी ब्याह—शदियों में चांदी खरीदने की परंपरा ज्यादा है। गुरुवार को भी जयपुर सर्राफा बाजार में चांदी के दाम 500 रुपए टूटकर 58,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गए। सोने के दाम 52,100 रुपए प्रति दस ग्राम पर बोले जा रहे है।
बुलियन ट्रेडर्स और ज्वैलर्स पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले इस बार डिमांड 50 फीसदी ज्यादा रहने की बात कह रहे हैं। हालांकि, पिछले साल चांदी 16 फीसदी सस्ती थी। ग्रामीण इलाकों में लोग दाम कम होने का इंतजार कर रहे थे। अब कटाई का सीजन भी पूरा हो गया है, इसलिए वे चांदी की खरीदारी का मन बना रहे हैं। रूरल एरिया में सबसे चांदी महत्वपूर्ण एसेट क्लास में शामिल है। अगर कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होती तो धनतेरस पर ज्वैलरी खरीदारी पीक पर पहुंच जाएगी।
सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने कहा कि, ‘सिल्वर का इंपोर्ट थम गया था, क्योंकि ज्वैलर्स के पास पहले का स्टॉक पड़ा हुआ था। पिछले कुछ दिनों में लोगों ने सिल्वर की खरीदारी की है, जिसकी वजह से ज्वैलर्स को फिर से स्टॉक तैयार करना पड़ रहा है। सावों में चांदी की काफी मांग रहती है। वहां पिछले पांच से छह दिनों में 15 से 20 टन चांदी का इंपोर्ट हुआ है। ग्रामीण लोग ढाई से 3 किलो चांदी के आभूषण में कड़े, हार, तागली, कंदौरा, पायजेब आदि खरीद रहे।

चांदी के भाव में आज भारी गिरावट, ग्रामीण लोगों के खिले चहरे
लोग सोने को खरीदते समय उसकी उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरुर रखें। ग्राहक हॉलमार्क का निशान देखकर ही खरीदारी करें। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है, ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) हॉलमार्क का निर्धारण करती है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।
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