राजस्थान में भारी बारिश: बीसलपुर के 2 और गेट खोले- 6 गेट से हो रहा है पानी का निकास:जयपुर में रुक-रुककर तेज बरसात, नदी-नालों में उफान; अब तक 51 फीसदी ज्यादा बरसा पानी

निरााला समाज टीम।

राजस्थान में आज भी तेज बारिश का दौर जारी है। जयपुर सहित कई जिलों में शनिवार सुबह से रुक-रुक कर तेज बरसात हो रही है। अजमेर में भारी बारिश की चेतावनी के कारण आज स्कूलों में छुट्टी है। मौसम विभाग ने राजस्थान के 5 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं, बीसलपुर में कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बरसात के कारण आज डैम के 2 और गेट खोले गए। इससे पहले शुक्रवार को बांध भरने के बाद 4 गेट खोले गए थे। दो दिन में बांध के 6 गेट खोलकर अब तक 96 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है।
उदयपुर फतहसागर झील को 13 फीट क्षमता तक भरने के बाद चार गेट 6-6 इंच खोले गए। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ,यूडीए आयुक्त राहुल जैन, ACE संजीव शर्मा आदि ने पूजा-अर्चना गेट खोले।
धौलपुर के पार्वती बांध के 3 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। पार्वती बांध की भराव क्षमता 223.41 मीटर है और बांध का जलस्तर 223.40 मीटर पर पहुंच गया। कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश होने से पानी की आवक हो रही है। इसके चलते शनिवार सुबह 6 बजे बांध के गेट नंबर 10, 11 और 16 को खोल दिया गया है। बांध के तीनों गेटों को 0.90 मीटर खोलकर पानी की लगातार निकासी की जा रही है।
राजस्थान में इस मानसून सीजन में बारिश सामान्य से 56 फीसदी ज्यादा हुई है। प्रदेश में 1 जून से 6 सितंबर तक औसत बरसात 395MM होती है, जबकि इस बार कुल 615MM बरसात हो चुकी है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 9-10 सितंबर से राजस्थान में बारिश की गतिविधियां कम होंगी। कुछ हिस्सों में हल्की ये मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि अधिकांश जगहों पर मौसम साफ रहेगा।
जयपुर में द्रव्यवती नदी का पानी सड़कों पर राजधानी के कई इलाकों में शनिवार सुबह 7 बजे से शुरू हुआ तेज बरसात का दौर करीब 10 बजे तक जारी रहा। शहर के मालवीय नगर, भांकरोटा, झोटवाड़ा में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर एक फीट तक पानी जमा हो गया। कई क्षेत्रों में ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ। वहीं, महारानी फार्म इलाके में द्रव्यवती नदी का पानी सड़क पर आ गया।

राजधानी जयपुर में भारी बारिश से सड़क पर 2 से 3 फीट तक पानी भर गया।

शनिवार सुबह 7 बजे बीसलपुर के दो और गेट खोले गए। पहली बार इस डैम के गेट सितंबर महीने में खोले गए हैं।

बूंदी में हो रही तेज बरसात से नवल सागर लबालब हो गया है। तालाब के बीच में स्थित शिव मंदिर का आधे से ज्यादा भाग डूब गया है।

शुक्रवार शाम को भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी में रीठ-सरसड़ी गांव के बीच नदी के एनीकट पर बाइक सवार दो युवकों में से एक नदी में बह गया। हालांकि, उसे लोगों ने बचा लिया।

जयपुर के भांकरोटा इलाके में पानी भरने के कारण कई लोगों की गाड़ियां बंद हो गईं। इस इलाके में लंबे समय से हो रहे ओवरब्रिज निर्माण के कारण लोगों को बारिश में खासी परेशानी होती है।
आज अतिभारी बारिश की आशंका मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। एक लो-प्रेशर सिस्टम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना है। इन सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में अगले 2-3 दिन मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि आज उदयपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में कहीं-कहीं भारी से अतिभारी बारिश होने की आशंका है।
पिछले 24 घंटे के दौरान अजमेर में 71MM, पुष्कर में 40, जवाजा में 47, मांगलियावास में 60, टोंक के देवली में 50, जयपुर के कोटपूतली में 64, जमवारामगढ़ में 33, सीकर के खंडेला में 46, झुंझुनूं के मलसीसर में 43, उदयपुरवाटी में 45, प्रतापगढ़ के धरियावद में 52, दौसा के रामगढ़ पचवाड़ा में 63 और बसवा में 82MM बरसात दर्ज हुई।
राजस्थान में बारिश से संबंधित तस्वीरें…

अजमेर में शुक्रवार को बारिश से आनासागर पुरानी चौपाटी के पास आनासागर झील के ओवरफ्लो होने के कारण सड़क पर पानी भरा है।

जयपुर मोती डूंगरी गणेश मंदिर के बाहर गणेश चतुर्थी के मौके पर पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं को बारिश के कारण परेशानी हुई।

टोंक के पीपलू कस्बे के पास मौजूद बरसाती नाला उफान पर है। इस कारण लोगों जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करना पड़ रहा है।

केकड़ी में डाई नदी के उफान पर होने के कारण केकड़ी-जयपुर मार्ग पर स्थित धुवांलिया के पास की रपट पर पानी बह रहा है। इस कारण ट्रैफिक बंद है।

गोरमघाट में रेलवे ट्रैक पर बारिश के चलते चट्टान गिरने से रेल यातायात बंद हो गया।

भरतुपर जिले का प्रमुख बांध बारैठा भराव की पूरी क्षमता तक पहुंच गया है। जल संसाधन विभाग ने बांध के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी है।

बूंदी के गुड़ा बांध के 10 गेट 6 फीट तक खोले गए हैं। इस कारण बांध के निचले क्षेत्रों में पानी भरने की आशंका है।

जयपुर के गणेश मंदिर के बाहर शुक्रवार रात से ही श्रद्धालुओं की लाइनें लगी हुई हैं। रुक-रुककर हो रही बरसात में भक्त बड़ी संख्या में भगवान के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।