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Hello Doctor : चिकनाई खाना बंद कर देने से भी आने लगती है त्वचा में ड्रायनेस, एक्सपर्ट की सलाह

Problem of itching all over the body : सवाल: मेरी माताजी की उम्र 75 वर्ष है। उन्हें शरीर पर खुजली की समस्या है। कई बार तो खुजली करते-करते खून तक आ जाता है। इलाज बताएं। एक दर्शक, कोटा

जवाब : इस उम्र में खुजली होने का कारण सीधे तौर पर समझ आता है कि शरीर में वात (वायु) वृद्धि होने से त्वचा में रुक्षता (ड्रायनेस या सूखापन) बढ़ रही है। साथ ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या अन्य किसी समस्या में चिकनाई खाना बंद कर देने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। इसमें एक चम्मच (पांच से छह ग्राम) मिश्री के साथ मंजीठ लें। इसे लगातार 40 दिन तक प्रयोग में लाया जा सकता है। शरीर पर लगाने के लिए शुद्ध गंधक को तिल्ली के तेल में उबालकर छानकर रख लें और शरीर पर मालिश करें। इससे आराम तो सप्ताहभर में ही आने लगता है, लेकिन इस उपचार को भी कम से कम 40 दिन तक प्रयोग में लाएं।

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सवाल: मेरी उम्र 25 साल है। लगभग 2 साल से मेरे बाल झड़ रहे हैं। इनमें डेंड्रफ (dandruff Ayurvedic remedy) भी बहुत रहता है। कृपया आयुर्वेदिक उपाय बताइए। मनोहर भाकल, जोधपुर
जवाब: यह आजकल सामान्य समस्या है। त्वचा में मोटापन (dermatitis के कारण भी यह समस्या हो सकती है। इसके लिए खाने में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है। आंवले के साथ बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर इसे एक चम्मच हर दिन लें। बालों में लगाने के लिए नीम का तेल (Neem oil) प्रयोग में लाया जा सकता है। बालों में मेंहदी लगाई जा सकती है। मेंहदी के साथ ही इसमें शुद्ध आधा चम्मच गंधक मिलाकर लगाएं। इस मिश्रण का बालों पर लेप कर इसे करीब दो घंटे तक रखें और इसके बाद धो लें। बाजार में वैसे तो कई आयुर्वेदिक तेल मौजूद हैं, लेकिन बिना केमिकल वाले तेल ही प्रयोग में लाएं तो इससे आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।

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सवाल: मेरे पापा की उम्र 73 वर्ष है। आजकल उन्हें भूलने की समस्या हो गई है। आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic treatment) से क्या उनकी याद्दाश्त बेहतर की जा सकती है?
– अतुल शर्मा, सीकर
जवाब: आजकल अल्जाइमर की समस्या जटिल होती जा रही है। आयुर्वेद के अनुसार, इस समस्या में घी या तेल में मिलाकर दवाइयां दी जाती हैं। इन्हें जड़ के रस के साथ भी ली जा सकती है। ब्राह्मीघृत, अश्वगंधाघृत, ब्राह्म रसायन जैसी आयुर्वेदिक औषधियां दी जाती हैं। ये तैयार औषधियां हैं, जिनका कोई साइड इफैक्ट नहीं होता, लेकिन इससे संबंधित औषधियां घर पर तैयार करना थोड़ा जटिल है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि इसके लिए उन्हें किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक को दिखाएं और उनके माध्यम से दवाइयां लें एवं उन्हें तैयार करने की प्रक्रिया समझें। सही समय पर उपचार करवाना ही उनके लिए बेहतर होगा।

एक्सपर्ट- डॉ. वृंदावन शर्मा, वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ, जयपुर

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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