इधर आम आदमी सब्जी की रेट से परेशान, उधर किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम, बिचौलियों के खेल से हर ओर त्राहिमाम!
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Agency:Local18
Last Updated:February 23, 2025, 11:48 IST
जयपुर की मंडियों में एक ओर जहां किसानों को उनकी लागत के हिसाब से उनकी सब्जियों के दाम नहीं मिल पा रहे हैं, तो वहीं मंडियों में सब्जियों की आवक इतनी हो गई है कि किसानों की सब्जियों को अब फेंका जा रहा है. X
जयपुर की लाल कोठी सब्जी मंडी में चल रहा हैं मंदी का दौर.
अंकित राजपूत रिपोर्टर/जयपुर- इस साल अच्छी बारिश के बाद किसानों द्वारा उगाया गई सब्जियां मंडियों में खूब धूम मचा रही हैं. मंडियों में सब्जियों की इतनी आवक हो गई हैं की सब्जियों को अब फेंकन् की नौबत आ गई है. जयपुर की सबसे बड़ी मंडी मुहाना मंडी हो या शसर में स्थित लाल कोठी सब्जी मंडी किसान लगातार अपनी सब्जियों को लेकर यहां पहुंच रहें हैं, लेकिन मंडी में मंदी का दौर चल रहा है. लोकल 18 ने जयपुर की लाल कोठी सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेताओं और मंडी के सचिव से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी मंडियों में सभी सब्जियों के दाम गिरे हुए हैं, जिसके कारण मंडियों में सब्जी विक्रेताओं को सब्जियां फेंकनी पड़ रही हैं. मंडियों में आने वाले किसान भी खराब सब्जियों को लेकर यहां आते हैं, जो सब्जियां ताजा होती हैं वह बिक जाती हैं. पुरानी और खराब सब्जियों को किसान यहां मंडी के बाहर फेंक जाते हैं, इसलिए अभी सभी सब्ज़ी मंडियों का हाल ऐसा है. वहीं राजू पंजाबी बताते हैं कि टमाटर की कीमत अभी कुछ दिनों पहले 100 रुपए से 80 रुपए तक पहुंच गई थी, लेकिन अब मंडियों में टमाटर 10 से 15 रुपए किलों बिक रहें हैं.
मंडियों में अचानक क्यों गिरे सब्जियों के दाम ? मंडियों में सब्जियों की बंपर आवक के बावजूद मंदी का दौर चल रहा हैं. इस सीजन की 10 से अधिक हरी सब्जियों की दाम में गिरावट देखने को मिला है. जयपुर लाल कोठी मंडी में सब्जी विक्रेताओं ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि अभी मंडियों में गांवों से भर-भर के सब्जियां आ रही हैं, लेकिन इन सभी सब्जियों पर न किसानों को सही दाम मिल पा रहे हैं, न ही व्यापारी को इसलिए मंडियों से सब्जियों को फेंकना पड़ रहा है. साथ ही मंडियों में सब्जियां सस्ती होने के बावजूद इसका सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रहा है, बाजार में सब्जियों का रेट ज्यादा हैं, जबकि किसान घाटे में हैं. किसानों और व्यापारियों का कहना है कि सरकार सहकारी समितियों के माध्यम से सब्जियां खरीदे, जिससे किसानों को कम से कम लागत तो मिल सके.
इन सब्जियों के दामों में आई भारी गिरावट आपको बता दें अभी मौसम के हिसाब से लोग मंडियों में सबसे ज्यादा सीजन की सब्जियां खरीदते हैं. जिनमें टमाटर, खीरा, गोभी, लौकी, कद्दू, बैंगन, टमाटर, मटर, गाजर, पत्ता गोभी शामिल है. लेकिन इन सभी सब्जियों के दाम बिल्कुल कम हैं, ऐसे में किसान और विक्रेताओं दोनों को सब्जियों का फायदा नहीं हो रहा हैं. आपको बता दें अभी मंडियों में इन सभी सब्जियों में सबसे ज्यादा आवक टमाटर की हो रही हैं, लाल कोठी मंडी में गुजरात और महाराष्ट्र से हाइब्रिड टमाटर और जयपुर के आसपास से देशी टमाटर आ रहे हैं. लेकिन लोग खरीद नहीं कर रहें हैं इसलिए सब्जियां खराब हो रही हैं. जिसके बाद उन्हें फेंकने के अलावा कोई रास्ता नहीं हैं. टमाटर के अलावा अभी मंडियों में गुजरात से लौकी, कद्दू, बैंगन, तुरई, मध्यप्रदेश से निंबू मिर्ची आ रहे हैं. साथ ही जयपुर के आसपास के कस्बों जिनमें चौमूं, टोंक, आमेर, चाकसू, बगरू से भी खूब सब्जियां मंडी में आ रही हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 23, 2025, 11:48 IST
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इधर आम आदमी सब्जी की रेट से परेशान, उधर किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम !