Honey Trap Gang Caught By A Girl In Jaipur – पिता के लिए बेटी का जज्बा.. लिव इन में फंसाने वाली प्रदेश की सबसे बड़ी गैंग के बारे में सबसे बड़ा खुलासा

खुद ही दस बदमाशों की गैंग का किया पर्दाफाश, गैंग पर राजस्थान में कितने केस दर्ज ये भी निकाल लाई

जयपुर
राजधानी से हनी ट्रेप का एक अनोख मामला सामने आया है। बड़ी बात ये है कि जो काम इस केस में पुलिस को करना चाहिए था वह पूरा काम पीडित व्यक्ति की बेटी ने कर दिया। पूरी गैंग की जानकारी भी जुटा लाई लेकिन उसके बाद भी पुलिस तो पलिस ठहरीए केस तक दर्ज नहीं किया। बाद में कोर्ट की दखल के बाद इस्तागासा हुआ और अब इस इस्तगासे के आधार पर दस लोगों की गैंग पर केस दर्ज किया गया है। लगभग पूरी हो चुकी जांच को अब पुलिस अपने स्तर पर जांच रही है। मुकदमा कालवाड़ थाने में दर्ज कराया गया है।
मां की मौत के बाद टूट गए थे पिताए गांव के ही दो लोगों ने फंसा दिया
कालवाड़ पुलिस ने बताया कि माचवा क्षेत्र में रहने वाली एक युवती ने केस दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि 2019 में उसकी माताजी की मौत हो गई थी। उसके बाद परिवार इस दुख से उबर भी रहा था। इसी दौरान पिता के पास साधना नाम की एक महिला आई जो बगरु क्षेत्र में रहती थी। उसने बताया कि संपत नाम की एक महिला जिसने उसे धर्म की मां बना रखा है उनके परिवार में कोई नहीं है। आप उनसे शादी कर लोए अगर समाज का डर है तो फिर लिव इन में भी रहा जा सकता है। ताकि बच्चों को मां का प्यार मिल जाएगा। साधना ने पूरा जाल बुना और उसमें पीडि़त को फंसा लिया। उसके बाद पिछले साल नवम्बर में लिव इन में रहने के कुछ दस्तावेज तैयार किए और कुछ महीनों तक संपत नाम की महिला पीडित के साथ लिव इन में रहने लगी। साधना ने संपत नाम की महिला को तलाकशुदा बताया था।
परिवार के लोग आए और कहा कि मकान और कैश दोए नहीं तो रेप केस मे अंदर करा देंगे
लिव इन में कुछ दिन साथ रहने के बाद असली खेल खुलकर सामने आया। साधना और संपत नाम की दोनो महिलाएं पीडि़त के पास आई कुछ औ रिश्तेदारों को साथ लेकर। उनका कहना था कि या तो 25 लाख कैश और एक मकान दिला देवें नहीं तो रेप केस में फंसा देंगे। इज्जत जाएगी ये तो तय है साथ ही सालों जेल की हवा खानी पडेगी। इस धमकी से पीडित व्यक्ति खौफ में आ गया। उसने अपने परिवार को बताए बिना कहीं से रुपयों का इंतजाम भी किया और साथ ही संपत को घर भी दिलाया।
बेटी को पता चला तो वह थाने गईए लेकिन नहीं हुई सुनवाई
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में कुछ दिन बाद पीडित व्यक्ति की बेटी को पता चला। अपनी नई मां के हाव भाव और हरकतों से वह पहले ही उस पर शक करती थी। बाद में जब पिता से उसने बातचीत की तो पिता का दर्द बाहर निकल आया। बेटी थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने सुनवाई ही नहीं की और भगा दिया। बाद में वह कोर्ट पहुंची।
खुद ही जासूस बन गइ बेटीए खोज लाई पूरी गैंग
जब थाने से भी न्याय नहीं मिला तो पीडित की बेटी खुद ही जाूसस बन गई। उसने अपने कुछ जानकारों की मदद से पूरी गैंग का पर्दा फाश करने की तैयारी कर ली। गैंग के खिलाफ झझनूं और जयपुर में साल भर के दौरान सात केस दर्ज हुएए उनकी जानकारी भी पीडिता की बेटी ने जुटा ली। साथ ही उन छह लोगों की जानकारी भी जुटा ली जिन लोगों को इस गैंग ने हनी ट्रेप में फंसाकर जेल तक भिजवा दिया था। सारी जानकारी कोर्ट में दिए गए इस्तगासे में दर्ज की गई। उसके बाद अब इस्तागासा थाने भेजा गया है और अब मुकदमा जांच जा रहा है।
पूरी गैंग में ये लोग शामिलए सभी की जिम्मेदारी तय
जिस संपत नाम की महिला ने खुद को तलाकशुदा बताया था वह अपने पति के साथ रहती है और पूरी गैंग मिलकर काम करती है। गैंग में संपतए साधनाए पूनम ए नारायणमए नरेन्द्र कुमारए सुमित्राए रविए मोनिकाए विक्रम ौर राजेश शामिल हैं। सभी लोग गैंग बनाकर काम करते हैं। नागौरए झुझुनूं और जयपुर जिले के मूल निवासी हैं। सभी का पता तक पुलिस को सौंपा गया है।