How Palash flowers are helpful in protecting children from heat stroke in summer… Know from Ayurveda doctor – हिंदी

राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र का जालौर शहर जो राजस्थान का दूसरा सबसे गर्म जिले की सूची में अपना नाम दाखिल करा चुका है, मई का महीना आते ही तापमान आसमान छूने लगता है. तेज धूप और गर्मी से बचाव करना सभी के लिए बहुत जरूरी है. खासतौर से छोटे बच्चों को बहुत जल्दी लू लगती है. इसलिए बच्चों को धूप और हीट स्ट्रोक से बचाकर रखना चाहिए. मई के महीने में बच्चों के स्कूल खुले रहते हैं जिस कारण तपती गर्मी में स्कूल से बच्चे घर आते हैं तो चेहरा एकदम मुरझाया सा लगता है.
इसी वक्त बच्चों तो लू लगने का खतरा बढ़ जाता है. अस्पलातों में भी ऐसे केस बहुत बढ़ जाते हैं, जब बच्चों को हाई फीवर, डायरिया या डिहाइड्रेशन की समस्या होती है. डाक्टर्स की मानें तो बच्चों पर लू का खतरा के सबसे ज्यादा शिकार होते हैं. बच्चों में लू लगने का खतरा बड़ों की अपेक्षा ज्यादा रहता है. क्योकि उन्हें बड़ों की अपेक्षा पसीना भी कम आता है.
लू के लिए है रामबाणडॉक्टर ने बताया कि जिन बच्चों को लू लग जाती है उन्हें पलाश के 20 ग्राम फूलों को भिगोकर, उस पानी में टावल गीला करके बच्चे को ओढ़ाकर घंटे भर पंखे के नीचे लेटा दे. उससे लू का असर खत्म हो जाता है. प्याज, पुदीना व टमाटर की चटनी का सेवन थोड़ी थोड़ी मात्रा में करवाते रहे.खुब पानी भी पिलाये.मार्केट से अमृत धारा लाए और आधे कप पानी में एक बूंद मिलाकर थोड़ी थोड़ी देर से पिलाते रहे, जिससे उल्टी दस्त से राहत मिलेगी.शरीर को ढक कर रखें, खुब पानी पीएं, नींबू पानी पीएं, गन्ने का रस पिएं,जिससे की शरीर में पानी की कमी ना आए.
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FIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 15:50 IST
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