Rajasthan

आतिशबाजी में झूलस गया है हाथ या कोई शरीर का पार्ट तो अपना लें यह घरेलू नुस्खें…तुरंत मिलेगा आराम

करौली. दीपावली के पर्व पर दीपक जलाने और आतिशबाजी करने की हिन्दू धर्म में प्राचीन परंपरा रही हैं. ऐसे में कई लोग इस पर्व पर पटाखें या फिर दीपक जलाते वक्त अपने हाथों को झूलसा लेते हैं. अगर दिवाली पर आपका भी पटाखे या दीपक जलाते समय हाथ या अन्य कोई अंग झूलस गया है तो आपको ज्यादा तकलीफ लेने की जरूरत नहीं है. इसके लिए आप घर पर ही आसानी से उपलब्ध कई चीजों से अपने छोटे-मोटे जले हुए घाव को ठीक कर सकते हैं.

CMHO डॉ दिनेश चंद मीना ने बताया कि पटाखे हमेशा किसी सुरक्षित एवं खुले स्थान पर ही चलाने चाहिए. पटाखा अगर एक बार में न चलें, तो दोबारा न जलाएं. इसी के साथ पटाखे जलाते समय आंखों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी ग्लास का उपयोग जरूर करना चाहिए. डॉ मीना ने लोगों को सलाह दी है कि पटाखों की लंबी सीरिज या उन पटाखों का उपयोग नहीं करना चाहिए, जिनकी आवाज 125 डेसिबल से अधिक होती है.

उन्होंने बताया कि पटाखों में अमोनियम और पोटेशियम इस्तेमाल होने वाले केमिकल से थाइरॉइड ग्रंथि पर बुरा असर पड़ सकता है, इससे लंग कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. इनमें बोरियम नाइट्रेट बहुत ही जहरीला केमिकल माना जाता है, बोरियम नाइट्रेट से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. इसी के साथ उन्होंने पटाखे से हाथ जलने पर क्या करना चाहिए. इसके लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी बताएं हैं.

हल्दी का उपयोग कभी भी जल जाने पर हल्दी का प्रयोग बहुत लाभदायक साबित होता है, जल जाने पर काफी ज्यादा जलन का सामना करना पड़ता है, ऐसे में हर भारतीय रसोई में उपलब्ध होने वाली हल्दी के पानी का उपयोग कर जख्म को ठीक किया जा सकता है, इसके लिए जख्म पर हल्दी का पानी लगाए.

नारियल का तेलपटाखे से जल जाने पर नारियल तेल फटाफट राहत प्रदान करता है, इसका सेवन करने से जलन कम हो जाती है और राहत मिलती है, इसे कैसे भी जले हुए हिस्से पर लगाया जा सकता है.

तुलसी के पत्तेलगभग हर घर में उपलब्ध होने वाली तुलसी का उपयोग बहुत सारे उपचारों में किया जाता है, अगर बात करें जल जाने पर इसके प्रयोग की तो तुलसी के पत्तों का रस बहुत ही फायदेमंद होता है, साथ ही इससे किसी तरह के जलने के निशान रहने की संभावना भी कम हो जाती है.

ठंडा पानीकभी भी किसी भी प्रकार से किसी हिस्से के जल जाने पर, उस हिस्से को ठंडे पानी में डाले और थोड़ी देर डुबाकर रखे, इससे प्रभावित जगह पर छाले पड़ने के आसार कम हो जाते है, याद रहें प्रभावित क्षेत्र को थोड़ी देर तक ठंडे पानी में डुबोकर रखें.

आलू का प्रयोग जल जाने पर आलू को काट लें और कटे हुए आलू के हिस्से को प्रभावित जगह पर लगाए, इससे जलन पर काफी राहत मिलती है.

Tags: Karauli news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 10:47 IST

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