IGIA: यात्रियों का CISF पर फूटा गुस्सा, बदहाली के लिए बताया जिम्मेदार, कैजुअल-स्लो अप्रोच के लिए बोले ‘शुक्रिया’

Delhi Airport: सीआईएसएफ न केवल क्राउड को मिस मैनेज कर रही है, बल्कि जहां अधीनस्थ अधिकारी काम के बोझ तले दबे हुए हैं, उनके आसपास कोई भी सीनियर अफसर नहीं है. सिक्योरिटी में कैजुअल (लापरवाह) और स्लो एप्रोज (सुस्त रवैये) के लिए सीआईएसएफ को धन्यवाद. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ को लेकर यह ऑब्जर्वेशन हमारा नहीं, बल्कि सुरक्षा जांच की लाइनों से घंटों से जूझ रहे तमाम पैसेंजर्स का है. इन पैसेंजर्स ने अपने तीन लाइनों के इस मैसेज सीआईएसएफ की बदलती कार्य शैली पर तमाम प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं.
आईजीआई एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की कार्य शैली को लेकर अभय नामक एक यात्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय, डीजीसीए और सीआईएसएफ को टैग करते हुए अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि दिल्ली एयरपोर्ट का टी-थ्री टर्मिनल पूरी तरह से अव्यवस्थाओं से इस तरह घिरा हुआ है कि आपात स्थित उत्पन्न होने पर कई लोगों की जान जा सकती है. एयरपोट पर तैनात सीआईएसएफ सीनियर ऑफिसर्स को लेकर अभय ने लिखा है कि काम के बोझ के तले दबे स्टाफ के आसपास कोई भी सीनियर ऑफिसर नहीं है. सीआईएसएफ भीड़ को ठीक से संभाल भी नहीं पा रही है.
यह भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर पार्क की थी कार, पार्किंग का बिल देख आया चक्कर, गाड़ी की हालत देख उड़ गए होश… दिल्ली एयरपोर्ट पर कार पार्किंग चार्ज के नाम पर एक यात्री से इतने रुपए वसूल लिए गए, जितने रुपयों में आप लखनऊ का रिटर्न टिकट खरीद लें. मामला यही पर खत्म नहीं होता, वह जब अपनी कार के पास पहुंचा तो उसके हाल देखकर उसके होश उड़ गए. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
सीआईएसएफ की तरफ से नहीं मिला यात्रियों को जवाबअपने मैसेज में अभय ने सीआईएसएफ कर्मियों के लापरवाह नजरिए और सुस्त कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए धन्यवाद भी कहा है. अभय के इस मैसेज एक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) की तरफ से एक रटा रटाया जवाब आया. जिसमें यह कहा गया कि निश्चित तौर पर यह अनुभव वैसा नहीं है, जैसे हम आपको देना चाहते हैं.
सोशल मीडिया हैंडल X पर पैसेंजर्स द्वारा शेयर किए गए अनुभव.
हमने आपके फीडबैक को गंभीरता के साथ नोट करते हुए संबंधित विभागों को भेज दिया है. जिससे जरूरी कार्रवाई की जा सके. हालांकि यह बात दीगर है कि यह मैसेज सीधे तौर पर जुड़े होने के बावजूद सीआईएसएफ की तरफ से इस मैसेज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई.
यह भी पढ़ें: गिड़गिड़ाती रही युवती, अफसर को ना आया तरस, फिर जो हुआ, फटी रह गईं सबकी आंखें… एयरपोर्ट के अफसर पर न ही जेद्दा से आई यह युवती के गिड़गिड़ाने का असर हो रहा था और न ही उसके आंसुओं को देखकर दिल पसीज रहा था. यह वहीं करता रहा, जो उसने तय कर रखा था. आखिर में कुछ ऐसा हुआ कि… क्या है यह पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
यात्रियों ने दी सीआईएसएफ को लेकर अपनी राययहां आपको बता दें कि सीआईएसएफ को लेकर यह नजरिया रखने वाले सिर्फ अभय इकलौते नहीं हैं, बल्कि ऐसे पैसेंजर्स की भरमार है. संजय नामक एक यात्री ने अपना अनुभव साझा करते हुए लिखा है कि दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री में डिजास्टर जैसी स्थिति है. सिक्योरिटी चेक में डेढ़ घंटे से अधिक का समय लग गया. बैड मैनेजमेंट एण्ड प्लानिंग.
इसी तरह, अमृता थापर नामक एक महिला यात्री लिखती हैं कि टर्मिनल 3 पर इंटरनेशनल डिपार्चर के समय सुरक्षा लाइनों में एक घंटे तक की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है. एक अन्य यात्री आशुतोष पांडेय लिखते हैं कि दिल्ली एयरपोर्ट के टी-थ्री पर आज रात सुरक्षा जांच के दौरान इतनी अफरा-तफरी क्यों हैं? हजारों लोग कतार में हैं, राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही.
Tags: Airport Diaries, CISF, Delhi airport, IGI airport
FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 10:08 IST