जोधपुर सेंट्रल जेल में कैदी मात्र 1 हजार रुपये में मंगवा सकता है मोबाइल सिम, जानें किसने खोला यह ‘राज’?

Last Updated:March 30, 2025, 14:00 IST
Jodhpur Central Jail News : जोधपुर सेंट्रल जेल को लेकर बड़ा और हैरान कर देने वाले सीक्रेट का पर्दाफाश हुआ है. जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कोई भी कैदी महज 1 हजार रुपये खर्च करके अपनी बैरक में मोबाइल सिम मंगवा सकत…और पढ़ें
जोधपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी राजेश बिश्नोई को हाल ही में इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
हाइलाइट्स
जोधपुर जेल में 1000 रुपये में कैदी मंगवा सकते हैं सिम.जेल प्रहरी राजेश बिश्नोई सिम सप्लाई में गिरफ्तार.पिछले साल जेल में 16 मोबाइल और 9 सिम बरामद.
जोधपुर. देश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी मात्र एक हजार रुपये खर्च करके मोबाइल सिम अपनी बैरक में मंगवा सकता है. इस राज का पर्दाफाश होते ही जेल प्रशासन के होश फाख्ता हो गए हैं. जोधपुर सेंट्रल जेल में बीते डेढ़ से दो बरस में करीब 40 से 50 मोबाइल सिम कैदियों को उपलब्ध कराई जा चुकी है. जोधपुर सेंट्रल जेल में दुर्दांत आतंकवादियों सहित हिरण शिकार के आरोपी फिल्म अभिनेता सलमान खान, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, आसाराम और भंवरी हत्या प्रकरण के आरोपी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा तथा मलखान सिंह बिश्नोई सजा काट चुके हैं. इस हाई प्रोफाइल जेल में बंद रहते हुए लॉरेंस बिश्नोई पर रंगदारी वसूली के भी कई आरोप लग चुके हैं.
जोधपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल, सिम और नशीले पदार्थ कैसे पहुंच रहे हैं? इस सवाल का जवाब पुलिस की कार्रवाई और जेल प्रशासन की रिपोर्ट में मिल गया है. जेल में सिम पहुंचाने के आरोप में शनिवार को ही रातानाड़ा थाना पुलिस ने एक जेल प्रहरी राजेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया है. इस दौरान दो अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया गया. वहीं जेल प्रशासन ने जेल के एक अन्य होमगार्ड के खिलाफ सुरक्षा कक्षा में मोबाइल ले जाने का मामला दर्ज करवाया है. इन घटनाओं से यह कहावत साबित होती दिख रही है कि बाड़ ही खेत खा रही है.
जेल में ‘खेल’ पर भजनलाल सरकार का बड़ा एक्शन, 3 जेलकर्मी बर्खास्त और 1 गार्ड गिरफ्तार, एक के खिलाफ केस दर्ज
पिछले साल जेल में 16 मोबाइल और 9 सिम बरामद की गई थीजेल प्रहरी के साथ पकड़े गए युवकों से पूछताछ में सामने आया कि ये आरोपी सिम और मोबाइल जेल प्रहरियों के माध्यम से जेल में पहुंचाते हैं. गिरफ्तार युवकों में से एक ने स्वीकार किया कि उसने पिछले डेढ़-दो साल में 40-50 सिम जेल भेजी हैं. थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि पिछले साल जेल में 16 मोबाइल और 9 सिम बरामद की गई थी. इनमें से दो सिम नागौरी गेट क्षेत्र में रहने वाले हुसैन के नाम पर खरीदी गई थी. इस पर पुलिस ने हुसैन को गिरफ्तार किया. हुसैन ने बताया कि उसने आकिब के कहने पर 10 सिम खरीदी थीं. उनमें से दो सिम आकिब को दी थीं. इसके बदले में आकिब ने उसे 500-500 रुपये दिए थे.
Jodhpur Firing Case: सामने आया मर्डर का सच, समझौते के लिए बुलाया और सीने में ठोक दी गोली, जानें सबकुछ
सिम और मोबाइल अलग-अलग तरीकों से जेल के अंदर भेजेइसके बाद पुलिस ने आकिब को गिरफ्तार किया. आकिब ने बताया कि उसने हुसैन के नाम वाली दो सिम जेल प्रहरी राजेश बिश्नोई को सौंपी थी. जांच में सामने आया कि जानलेवा हमले के मामले में जेल से छूटने के बाद आकिब ने जेल में सिम की सप्लाई करने का काम शुरू कर दिया था. आकिब ने पिछले डेढ़-दो साल में 40-50 सिम और मोबाइल खरीदकर अलग-अलग तरीकों से जेल के अंदर भेजे हैं. इसके बदले उसे प्रति सिम सप्लाई पर एक-एक हजार रुपए मिलते थे. दो दिन पहले 28 मार्च को सेंट्रल जेल के सुरक्षा जांच कक्ष में जेल अधीक्षक प्रदीप लखावत ने तलाशी के दौरान होमगार्ड नैनाराम की जेब से एक मोबाइल बरामद किया था. इसकी एफआईआर रातानाड़ा थाने में दर्ज करवाई गई है.
31 जनवरी की रात को जेल के दरवाजे नहीं खोले गएइससे पहले बीते 31 जनवरी की देर रात को प्रशिक्षु आईपीएस हेमंत कलाल और एसडीएम सहित अन्य अधिकारी सर्च ऑपरेशन के लिए जेल पहुंचे. उस दौरान वहां करीब 20 मिनट तक जेल के दरवाजे नहीं खोले गए. इस पर वे वापस लौट आए थे. इसके बाद उन्होंने उच्च अधिकारियों को जेल प्रशासन की शिकायत की थी. उन्होंने संभावना जताई थी कि जेल में मोबाइल और नशीली सामग्री के मामले में मिलीभगत हो रही है. अब जांच में उनकी संभावना सच होती नजर आ रही है. इस मामले में दो जेलकर्मियों को निलंबित भी किया गया है. हुसैन को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. पुलिस अब आकिब और राजेश बिश्नोई से पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस पूरे खेल का खुलासा हो जाएगा.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
March 30, 2025, 14:00 IST
homerajasthan
जोधपुर सेंट्रल जेल में कैदी मात्र 1 हजार रुपये में मंगवा सकता है मोबाइल सिम