Rajasthan

इस शहर में लोग पीते है ड्राई फ्रूट का दूध, सेहत के लिए गुणकारी स्वाद भी जबरदस्त, पीने के कई फायदे

बीकानेर. बीकानेर खाने पीने के शौकीनों का शहर है. सर्दी बढ़ते ही यहां खान पान में भी बदलाव शुरू हो जाते है. आमतौर पर लोग सर्दी में शाम होते ही घरों में चले जाते है, लेकिन इस शहर में लोग देर रात तक गर्म दूध का लुत्फ उठाते रहते है. बीकानेर में वैसे तो खाने पीने के लिए कई चीजें मिल जाती है, लेकिन एक ऐसी चीज है जिसके लिए लोग सर्दी में लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते है. हम बात कर रहे है शहर के अंदरूनी हिस्से में मिलने वाले कढ़ाई के गर्म ड्राई फ्रूट्स दूध की.

यहां लोग देर रात यानी 1 से 2 बजे तक गर्म दूध पीते हुए नजर आते है. शहर के कई हिस्सों में दूध की करीब 8 से 10 बड़ी लोहे की कड़ाई लगती है. ऐसे में एक दिन शहर के लोग ड्राई फ्रूट्स गर्म दूध 400 से 500 किलो पी जाते है. यहां ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद गर्म दूध पीते हुए नज़र आते है. बीकानेर के गर्म दूध के दीवाने देशी और विदेशी पर्यटक भी है.दुकानदार अश्विनी कुमार ने बताया कि सर्दी में विशेष दूध का महत्व होता है. बीकानेर में सिर्फ तीन माह हो गर्म दूध बेचा जाता है. वे बताते है कि शाम 7 बजे से 12 या 2 बजे तक दूध बेचते है. यहां गर्म दूध को मिट्टी के बर्तन में दिया जाता है. जो 10 रुपए से लेकर 25 रुपए तक बेचा जाता है. इसके अलावा 50 रुपए में मिट्टी के सकोरे में दूध देते है. यह लोहे की कढ़ाई करीब 30 किलो की है और इसमें एक बार में 40 से 45 किलो दूध को डालकर गर्म किया जाता है. यहां दूध को देशी तरीके से यानी कोयले और लकड़ी की आंच पर गर्म किया जाता है. दूध को गर्म करने में करीब ढाई से तीन घंटे लगते हैं. इस दूध में केसर, बादाम, पिस्ता, इलायची डालकर तैयार किया जाता है.आयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेश कुमार बताते है कि गर्म दूध को पीने के कई फायदे है. इनमें दूध जीवनीय शक्ति बढ़ाने वाला, बल-बुद्धिवर्धक और सभी धातुओं को पोषित करने वाला रसायन होता है. दूध के नियमित सेवन से ओज बढ़ता है, शारीरिक और मानसिक विकास में दूध की भूमिका महत्वपूर्ण है. दूध मधुर रस प्रधान, वात और पित्त का शमन करने वाला होता है. रात में दूध पीने से पेट की जलन शांत होती है, भोजन का पाचन अच्छा होता है और अच्छी नींद आती है. उन्होंने बताया कि दूध कब्ज़ दूर करने वाला, शरीर में स्निग्धता लाने वाला, रंग रूप को निखारने वाला, स्वर में वृद्धि करने वाला, जलन को शांत करने वाला होता है. गर्भ स्थापना में सहायक, घावों को भरने में उपयोगी होता है. दूध की मलाई स्निग्ध, वात और पित्त को शान्त करने वाली होती है.

Tags: Barmer news, Food 18, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 15:39 IST

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