Increase in mustard production can reduce the shortage of edible oil | बिना सरसों उत्पादन बढ़ाए कम नहीं होगी मुश्किलें
जयपुरPublished: Jan 06, 2023 10:55:02 am
बाजरा के सबसे बड़ा उत्पादक और गेहूं और चावल का दूसरे सबसे बड़ा उत्पादक होने के बावजूद भारत में खाद्य तेल का संकट बना हुआ है। सरकार आयात के माध्यम से मांग को पूरा करने के लिए मजबूर है।

सरसों उत्पादन बढ़ने से ही कम हो सकती है खाने के तेल की किल्लत
बाजरा के सबसे बड़ा उत्पादक और गेहूं और चावल का दूसरे सबसे बड़ा उत्पादक होने के बावजूद भारत में खाद्य तेल का संकट बना हुआ है। सरकार आयात के माध्यम से मांग को पूरा करने के लिए मजबूर है। भारत का खाद्य तेल आयात 14.03 मिलियन टन के करीब है। यह 1.57 लाख करोड़ रुपए के आयात बिल के बराबर है, जो विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी का एक कारण है। खाद्य तेलों की मांग और आपूर्ति में काफी बड़ा अंतर है और फिलहाल इसे भरना मुश्किल है। भारत में खाद्य तेलों की सालाना खपत करीब 250 लाख टन है, जबकि घरेलू उत्पादन 111.6 लाख टन है। यह कमी 60 प्रतिशत के आसपास है। वर्तमान समय में सरसों का उत्पादन बढ़ाना अब जरूरी हो गया है। सरसों का तेल खाने के साथ—साथ प्राकृतिक घरेलू उपचार, त्वचा और बालों की देखभाल में उपयोग किया जाता है।