India On afghanistan Pak Clash: अफगानिस्तान में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं, भारत का पाकिस्तान को सीधा जवाब

Last Updated:October 16, 2025, 17:27 IST
भारत ने अफगानिस्तान पाकिस्तान तनाव पर रणधीर जायसवाल के जरिए पाक को आतंकवाद समर्थन और दखलंदाजी पर चेताया, अफगानिस्तान की संप्रभुता के साथ मजबूती से खड़ा है.नई दिल्ली में एस जयशंकर के साथ अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी.
नई दिल्ली. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत स्थिति पर पूरी तरह से करीबी नजर रखे हुए है और तीन बातों को लेकर स्पष्ट रुख अपनाया है. उन्होंने साफ किया कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को शरण देता है और उनके खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं करता. इसके अलावा, अपने आंतरिक असफलताओं के लिए पड़ोसियों को दोष देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है. तीसरी बात, अफगानिस्तान द्वारा अपने क्षेत्रों पर संप्रभु अधिकार का प्रयोग करने पर पाकिस्तान नाराज है. भारत अफगानिस्तान के साथ पूरी ताकत से खड़ा है. अफगानिस्तान में कोई दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं है.
रणधीर जायसवाल ने कहा, हम अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. भारत अफगानिस्तान के साथ खड़ा है और किसी भी बाहरी दखलअंदाजी को नकारता है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत अफगानिस्तान की मदद और सहयोग के लिए हमेशा तैयार है और क्षेत्र में शांति व स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएगा. विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने हमेशा अपने आंतरिक मुद्दों और राजनीतिक असफलताओं का ठीकरा पड़ोसी देशों पर फोड़ने की कोशिश की है. पिछले कई सालों में देखा गया है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में अस्थिरता पैदा करने वाले आतंकवादी समूहों को समर्थन देता रहा है. भारत इस पर गंभीरता से नज़र रख रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे उजागर करने का काम कर रहा है.
अफगानिस्तान के साथ खड़ेजायसवाल ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान अपने क्षेत्रीय अधिकारों का प्रयोग कर रहा है और इसे लेकर पाकिस्तान की नाराज़गी साफ दिख रही है. भारत का रुख हमेशा से यह रहा है कि क्षेत्रीय संप्रभुता और सीमा अखंडता का सम्मान होना चाहिए और किसी भी तरह की बाहरी दखलअंदाज़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके अलावा, भारत ने काबुल में अपनी तकनीकी मिशन को जल्द ही दूतावास में अपग्रेड करने की योजना की घोषणा की है. रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत का तकनीकी मिशन जून 2022 से काबुल में काम कर रहा है और आने वाले कुछ दिनों में इसे पूर्ण रूप से दूतावास में परिवर्तित कर दिया जाएगा. इस कदम को अफगानिस्तान के साथ भारत के बढ़ते राजनीतिक और कूटनीतिक संबंधों का प्रतीक बताया जा रहा है.
Gyanendra Mishra
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi..com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें
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First Published :
October 16, 2025, 17:27 IST
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