बालाकोट एयर स्ट्राइक: पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना का बदला

Last Updated:February 25, 2025, 22:55 IST
BALAKOT AIR STRIKE: बालकोट एयर स्ट्राइक को 6 साल पूरे हो गए. भारतीय वायुसेना ने 1999 कार्गिल युद्ध के 20 साल बाद पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ स्ट्राइक किया. पाकिस्तान को क्या किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था कि …और पढ़ें
बालाकोट एयर स्ट्राइक से आज भी खौैफ में पाकिस्तान
हाइलाइट्स
बालाकोट एयर स्ट्राइक को 6 साल पूरे हुए.पुलवामा हमले के 12वें दिन भारत ने स्ट्राइक की.स्ट्राइक में 300 के करीब आतंकी मारे गए.
BALAKOT AIR STRIKE: 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में जैश के फिदायीन हमला किया. इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए. देश भर में पाकिस्तान को लेकर जबरदस्त गुस्सा था. पाकिस्तान से बदला लेने का दबाव लगातार सरकार पर बनाया जा रहा था. लेकिन मोदी सरकार ने बदला लेना का एक अलग ही प्लान तैयार किया हुआ था. भारत की जनता ने और पाकिस्तान को तो इसका दूर दूर तक एहसास तक नहीं था कि भारतीय वायुसेना के फाइटर पीओके में पाकिस्तानी आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक कर देंगे. पुलवामा हमले के 12वें दिन में ही भारत ने ऑप्रेशन को अंजाम दे दिया. मजेदार बात तो यह है कि इस एयर स्ट्राइक की सबसे पहली जानकारी भी पाकिस्तान के DGISPR ने ट्वीट कर के दी थी. स्ट्राइक की रात पूरे LOC पर भारतीय वायुसेना के विमान कॉम्बेट पेट्रोलिंग कर रहे थे.
ऐसे हुआ था एयर स्ट्राइक26 फरवरी तड़के 2 बजे से 4 बजे भारतीय वायुसेना कै स्ट्राइक पैकेज तंगधार के साधना पास के उपर से उड़ान भरता हुआ बालाकोट तक जा पहुंचा. मिराज 2000 बालाकोट में जैश के ठिकाने पर सटीक स्पाइस बम गिराए और आराम से निकल आए. यह ऑपरेशन इतना सीक्रेट था की इस ऑपरेशन के लिए जाने वाले फाइटर पायलटों को उड़ान भरने से कुछ घंटे पहले ही इसकी जानकारी दी थी. स्ट्राइक से कुछ दिन पहले ही उनकी ट्रेनिग मिशन शुरू कर दिया गया था. मिशन क्या था उसके बारे में जानकारी नहीं थी. भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 के तीनों स्केवडर्न लगातार इसकी प्रैक्टिस में जुटे थे. 25 फरवरी को शाम एयरक्रफ्ट मैंटिनेन्स टीम को यह बताया गया कि मिराज में कौन कौन से बम और मिसाइल लगाए जाने है. स्पाइस 2000 और क्रिस्टल मेज बमों को अलग अलग जेट में लगाया गया था. 6-6 मिराज विमानों के दो पैकेज के लिए जिन 12 पायलटों को चुना गया था. तय किए गए टैकटिकल रूट को फॉलो करते हुए अपने टार्गेट तक पहुंचे थे. पायलटों ने टार्गेट के पास पहुंचते ही पहले से ही प्रोग्राम किए हुए स्पाइस बम को रिलीज किया. इस हमले में 300 के करीब जैश के आतंकी को भारतीय वायुसेना ने मौत के घाट उतार दिया. इस स्ट्राइक पैकेज में मिराज के अलावा सुखई-30 भी मौजूद थे. साथ ही AWACS लगातार हवा में उड़ान भर रहे थे. सभी फॉर्मेशन और एयर बेस को हाई अलर्ट पर रखा गया था.
बालाकोट स्ट्राइक के खौफ में पाकपिछले 6 साल में पाकिस्तान ने जिन हथियारों की खरीद की प्रक्रिया को तेज किया उसमें सबसे ज्यादा थे एयर डिफेंस सिस्टम. सर्फेस टू एयर मिसाइल, रडार और यूएवी के अलवा एंटी एयरक्राफ्ट गन की भी पाकिस्तान ने खरीद की है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन से पाकिस्तान 12.7mm की 750 एंटी एयरक्राफ्ट गन, QW-18(SAM) सर्फेस टू एयर मिसाइल सिस्टम, 9 LY -80 LOMADS रडार सिस्टम , IBIS -150 रडार सिस्टम की भी खरीद की है. इसके अलावा आर्मड ड्रोन विंग लुंग और CH-4 भी पाकिस्तान ने अपने जखीरे में शामिल किया है. मिडियम टू लॉंग सर्फेस टू एयर मिसाइल सिस्टम FD-2000 लॉन्चर की भी खरीद की है. जिनके जरिए HQ -9 मिसाइल दागी जाती है. एयर डिफेंस के लिए चीन पाकिस्तान को मैन पोर्टेबल मिसाइल सिस्टम FN-16 भी देने की पेशकश कर चुका है.
चीन ने किया पाक के साथ धोखाचीन ने पाकिस्तान को यह कह कर अपने एयर डिफेंस रडार और सिस्टम बेचे थे कि दुनिया में इससे बेहतर कुछ नहीं. भारतीय वायुसेना के ब्रह्मोस मिसाइल ने चीनी एयर डिफेंस रडार को पोल खोल कर रख दी. भारतीय वायुसेना की एक ब्रह्मोस लैंड वर्जन मिसाइल गलती से पाकिस्तान की तरफ फायर हो गई थी. मिसाइल 100 किलोमीटर पाकिस्तान के अंदर जाकर गिरी लेकिन पाकिस्तान के रडार उसे ट्रेक तक नही कर पाए थे. यह वही चीनी रडार थे जो पाकिस्तान को चीन ने बेचे थे.
First Published :
February 25, 2025, 22:55 IST
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