भारतीय सेना के प्लैट्यू वॉरियर: नॉर्थ सिक्किम में चीन से मुकाबला.

Last Updated:April 16, 2025, 00:18 IST
PLATEAU WARRIOR: रेगिस्तान में टैंक चलते सभी ने देखे है लेकिन टैंक बर्फ पर भी सरपट दौड़ते है वो भी 15000 फिट की उंचाई पर. भारत चीन सीमा को बेहद क़रीब ये टैंक तैनात है. सिक्किम में भारतीय सीमा की सुरक्षा की जिम्…और पढ़ें
तिब्बत के पठार में भी जीतने को तैयार
हाइलाइट्स
भारतीय सेना के टैंक सिक्किम में भी तैनात.सेना ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल अभ्यास किया.सिक्किम में मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर तैनात.
PLATEAU WARRIOR: चीन के साथ तकरीबन 4 हजार किलोमीटर लंबी सीमा है. इसे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल कहा जाता है. जो हमेशा से ही विवादों का कारण रही है. लेकिन इस पूरे LAC में 54 किलोमीटर का एक ऐसा हिस्सा जिसे भारत चीन के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा के तौर पर भी जान जाता है. यानी चीन भी इस इलाके पर अपना दावा नहीं जताता. जबकि पूरा हिमालय पार कर तिब्बत के पठार पर स्थित है. यानी कि तिब्बत के पठार में भी भारत भी अपनी हिस्सेदारी रखता है. यह है नॉर्थ सिक्किम का प्लैटो सब सेक्टर. 19,300 फिट की उंचाई पर यह स्थित है. यहा की परिस्थितियां विषम है. तापमान -40 तो हवा 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफतार. इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी है सेना के प्लैटो वॉरियर की.
2020 के बाद से सेना की तैयारी नंबर 1भारत और चीन के बीच हुए पूर्वी लद्दाख में तनाव पूरी LAC पर फैल गया. अतिरिक्त सौनिकों को तैनाती की गई थी. यह तैनाती अब भी बरकरार है. भारतीय सेना ने चुनौतियों को देखते हुए नए आधुनिक हथियारो को तैनात किया. नॉर्थ सिक्किम में सेना की तैयारियों का ट्रेलर इस्टर्न कमॉंड ने 5 मिनट 54 सैकेंड का एक विडियों क्लिप के जरिए दिखा दिया. इसमें भारतीय सेना में शामिल स्वदेशी हथियारों और सैन्य साजो सामान की झलक दिखाई दी. सेना के मूवमेंट के लिए नए आर्मर्ड पर्सनल कैरियर वेहिकल, एंफिबियस वेहिकल को प्लैटो में तैनत किया गया है. सर्वेलांस के लिए क्वाडकॉप्टर और फिक्सड विंग ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. पेट्रोलिंग के वक्त अगर कभी चीनी सेना के साथ फेसऑफ की नौबत आ सकती है. हालात गलवान जैसे ना हो उसके लिए खास एंटी रायट गियर, फाइबर शील्ड, हेलमेट जरिए सैनिको को दिए गए हैं. हाल ही में भारतीय सेना में शामिल किए गए वेहिकल माउंटेड इंफेट्री मोर्टार सिस्टम को भी LAC के पास तैनात है.
15,000 फिट पर तैनात भारतीय टैंकLAC के हाई एलटिट्यूड एरिया पर दो ही जगह ऐसी है जहां टैंक के जरिए लड़ाई जानी है. एक है लद्दाख तो दूसरा है नॉर्थ सिक्किम. समुद्र तल से 15,000 फिट की उंचाई पर टैंक की कल्पना शायद ही किसी ने की हो. लेकिन हमारे देश में ऐसा है. ये इक्लौती ऐसी टैंक रेजिमेंट है जो कि पूरी दुनिया में सबसे उंचाई पर स्थित है. सर्दियो में इस रेजिमेंट को तैयार रखना किसी चुनौती से कम नही क्योंकि यहा पर तापमान -30 से -35 डिग्री तक नीचे चला जाता है. साथ ही प्लाटू पर ऑपरेट करने के लिए इंफेंट्री कॉबेट वेहिकल BMP-2 की भी तैनाती है.
चीनी टैंको को निशाना बनाने ATGM अभ्यास15000 फिट की उंचाई पर चीनी टैंकों को नष्ट करने के लिए पूरी प्लानिंग भी तैयार है. पूर्वोत्तर में सिक्कम में भारतीय सेना की आर्मर्ड रेजिमेंट और मैकेनाइज्ड इंफैंट्री तैनात है. यह तैनाती तिब्बत के पठार में चीनी टैंको को चुनौती देने के लिए है. चीनी टैंक पर सटीक निशाना साधने की तैयारी को सेना ने तेज किया. भारतीय सेना के इस्टर्न कमांड ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) फील्ड फायरिंग अभ्यास को अंजाम दिया. दिन रात ताबड़तोड़ निशाने साधे गए.
खूब बरसे मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चरसेना के 33 कोर जिसे त्रिशक्ति कोर के नाम से जाना जाता है. इसके अधिकार क्षेत्र में नॉर्थ बंगाल और पूरा सिक्किम आता है. सिक्किम के उंचाई वाले इलाकों में जंग लड़ने और जीतने के मकसद से इस साल की शुरुआत लाइव फायरिंग के अभ्यास से की. एक के बाद एक पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर अपने निशाने की तरफ फायर हो रहे थे. 2020 के बाद से भारतीय सेना ने अपने मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और स्मर्च को पूरे LAC के करीब और डेप्थ एरिया में तैनात किया हुआ है. इस अभ्यास में रैपिड डिप्लॉयमेंट, बैटल रेडिनेस और सटीक मार करने का अभ्यास किया गया था. सिक्किम के हाई एल्टिट्यूड इलाके के लिए खुद को तैयार कर रही है. पिनाका के अलावा 90 किलोमीटर तक मार करने वाली रूसी स्मर्च भी पूर्वोत्तर के इलाके में तैनात है.
First Published :
April 16, 2025, 00:18 IST
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