आ रही लू वाली गर्मी, पहचानें लक्षण और बरतें ये सावधानी वरना झेल जाएंगे

Last Updated:March 25, 2025, 21:14 IST
Heatwave symptoms : हीटवेव शरीर की कार्य प्रणाली को बेपटरी कर सकती है. इससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. ऐसे में कुछ एहतियात बरतने जरूरी हैं, ताकि इस मौसमी मुसीबत से बचा जा सके.X
CMO संजय कुमार कौशाम्बी
हाइलाइट्स
लू से बचाव के लिए हाइड्रेट रहें और अधिक पानी पिएं.लू के लक्षणों में कमजोरी, चक्कर, सरदर्द शामिल हैं.धूप से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें, छाता और टोपी का उपयोग करें.
कौशांबी. मौसम में असामान्य बदलाव के बीच डॉक्टरों ने लू से बचाव के लिए परामर्श देने शुरू कर दिए हैं. कौशांबी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार कहते हैं कि हीटवेव की स्थिति शरीर की कार्य प्रणाली पर प्रभाव डालती है. इससे प्रभावित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है. लू के प्रभावों को कम करने के लिए रेडियो सुने, अखबार पढ़ें और टेलीविजन पर आने वाले ताजा समाचारों को देखें ताकि स्थानीय मौसम का पता चलता रहे. हीटस्ट्रोक, हीट रैशहीट क्रैम्प के लक्षणों का जानना जरूरी है. जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उबकाई, ज्यादा पसीना आना और मूर्छा. यदि मूर्छा का आभास हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं. आपात स्थिति में 108/102 एंबुलेंस सेवा की मदद लें.
बचाव के लिए हाइड्रेट रहें
लू से बचाव के लिए शरीर में पानी की कमी न होने दें. अधिक पानी पिएं. यात्रा करते समय पानी का प्रयोग ज्यादा करें. ओआरएस, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें. जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल और सब्जियो जैसे खरबूजा, संतरे, अंगूर, खीरा, ककड़ी और सलाद पत्ता आदि खाएं.
कब खोलें खिड़कियां और कब रखें बंद
हल्के रंग के पसीना सोखने वाले हल्के कपड़े पहने, धूप के चश्मे, छाता, टोपी और चप्पल का प्रयोग करें, जो व्यक्ति खुले में काम करते हैं. वो अपना चेहरा, हाथ और पैर को गीले कपड़ों से ढक कर रहें. छाते का प्रयोग करें. अधिक समय घर या कार्यालय के अंदर ही बिताएं. हमेशा हवादार स्थान पर रहें. सूर्य की सीधी रोशनी और गर्म हवा को रोकने का उचित प्रबंध करें. अपने घरों को ठंडा रखें. दिन में खिड़कियां, पर्दें और दरवाजे बंद रखें. शाम के समय घर और कमरों को ठंडा करने के लिए इन्हें खोल दें.
कैसी है तैयारी
कौशांबी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार कहते हैं कि मार्च का अंतिम सप्ताह आ गया है. मार्च के अंतिम सप्ताह और अप्रैल से ही धूप की गर्मी बढ़ जाती है. शासन का दिशा निर्देश है कि किसी भी परिस्थिति में लू से जनता को परेशान नहीं होने देना है. इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जल की व्यवस्था की गई है. छायादार पेड़ लगाने के लिए भी कहा गया है. अस्पतालों में कूलर की व्यवस्थाएं भी की गई है. आशा और ग्राम प्रधानों के यहां भी 20-20 पैकेट ORS रखवा दिया गया है. अगर किसी को अचानक डिहाइड्रेशन हो तुरंत ओआरएस का घोल दिया जाए.
Location :
Kaushambi,Uttar Pradesh
First Published :
March 25, 2025, 21:14 IST
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