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ISRO Axiom 4 Space Mission: Why India Is Sending ‘Water Bears’ For Voyager Tardigrades Mission Experiment | Science News in Hindi: तारों के बीच तैरेंगे टार्डिग्रेड्स! मर कर भी जिंदा हो जाते हैं ये जीव, अंतरिक्ष में भेजकर क्या जानना चाहता है ISRO?

Last Updated:April 19, 2025, 23:55 IST

ISRO Space Mission: स्पेस की दुनिया सिर्फ रॉकेट और सैटेलाइट की नहीं रही. अब सवाल शरीर का है, सेल्स का है, DNA का है. हम जानना चाहते हैं कि किस जीव में वो ताकत है जो स्पेस के असहनीय वातावरण को भी झेल जाए. और इसर…और पढ़ेंमर कर भी जिंदा हो जाते हैं ये जीव, स्पेस में भेजकर क्या जानना चाहता है ISRO?

टार्डिग्रेड्स का सीक्रेट जानना चाहता है ISRO! (AI Image)

हाइलाइट्स

Axiom-4 मिशन में ISRO एक बहुत खास एक्सपेरिमेंट करने जा रहा है.एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला के साथ टार्डिग्रेड्स भी स्पेस स्टेशन पर जाएंगे.इन जीवों से अंतरिक्ष में जिंदा रहने का सीक्रेट जानना चाहते हैं वैज्ञानिक.

नई दिल्ली: क्या कोई ऐसा जीव है जो मर कर भी जिंदा रह सकता है? जवाब है- हां, और इस बार वो जीव अंतरिक्ष में जा रहा है. ISRO अब टार्डिग्रेड्स को लेकर एक नया एक्सपेरिमेंट करने जा रहा है. मिशन का नाम है– Axiom-4. पार्टनर है अमेरिका की कंपनी Axiom Space और सफर शुरू होगा SpaceX के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से. इस मिशन की खास बात ये है कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 14 दिनों के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाएंगे. लेकिन साथ में जो जाएंगे, वो हैं कुछ ऐसे सूक्ष्म प्राणी जिन्हें वैज्ञानिक ‘water bears’ या ‘moss piglets’ भी कहते हैं. नाम भले ही क्यूट हो, लेकिन ये प्राणी किसी विज्ञान फिक्शन फिल्म के हीरो से कम नहीं.

कौन हैं ये ‘water bears’?

टार्डिग्रेड्स, माइक्रोस्कोपिक जानवर हैं. आकार में बस 0.1 से 1.3 मिमी तक. लेकिन काम में, क्या बताएं! बर्फीली घाटियों से लेकर ज्वालामुखियों तक, समुद्र की गहराइयों से लेकर स्पेस की खालीपन तक, ये हर जगह जिंदा रह सकते हैं. और अगर हालात बहुत ही खराब हों, तो ये खुद को ‘cryptobiosis’ में डाल लेते हैं. यानी ऐसा मोड जिसमें उनकी सारी बॉडी लगभग फ्रीज़ हो जाती है. न खाना, न पानी, न सांस… लेकिन जैसे ही थोड़ा सा पानी मिला, ये दोबारा जिंदा हो जाते हैं.

ये कोई नई कहानी नहीं है. 2007 में यूरोपियन स्पेस एजेंसी की एक फ्लाइट में टार्डिग्रेड्स को स्पेस में भेजा गया था. उन्हें दस दिन तक स्पेस के वैक्यूम में रखा गया. बिना ऑक्सीजन, बिना दबाव… लेकिन वापस आने पर पानी डालते ही ये फिर से चलने लगे. और तभी से इन पर रिसर्च जारी है.

अब ISRO क्यों भेज रहा है टार्डिग्रेड्स?

Axiom-4 मिशन में भारत की ओर से भेजा गया Voyager Tardigrades Experiment दिखाएगा कि स्पेस में ये जीव कैसे बिहेव करते हैं. जब कोई जीव इतनी कट्टर परिस्थितियों में भी जिंदा रह सकता है, तो उसकी बॉडी में ऐसा क्या है जो इंसानों में नहीं?

From understanding biological processes to enhancing India’s capabilities in space exploration, read to learn more about the research @ISRO will be conducting. https://t.co/hFoXSr5arq pic.twitter.com/JdI39myPQ5

— Axiom Space (@Axiom_Space) April 15, 2025

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