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जयपुर. प्रदूषण के मामले राजस्थान भी धीरे-धीरे दिल्ली की राह पकड़ रहा है, दीपावली के समय राजस्थान के कुछ जिलों में AQI 450 के आंकड़े को पार कर गया है. दीपावली के दिन राजधानी जयपुर के मुरलीपुरा इलाके में AQI 346 है, पुरे जयपुर का ओवरऑल AQI 138 तक पहुंच गया है. जयपुर में वायु प्रदूषण के अलावा ध्वनि प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है.

जालौर का हवा सबसे शुद्धआपको बता दें राजस्थान में भिवाड़ी प्रदूषण के लिए हॉट स्पॉट क्षेत्र है जहां एयर पॉल्यूशन सबसे ज्यादा रहता है. इसका एक कारण यह भी है कि मौसम में आए बदलाव और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाओं का असर राजस्थान पर भी दिखने लगा है. जयपुर सहित राज्य के प्रमुख शहरों का प्रदूषण सबसे खराब स्तर पर है, इनमें श्रीगंगानगर-173, अजमेर-136, अलवर-168, भरतपुर 176 और कोटा-146  भी शामिल हैं. वर्तमान समय में राज्य में सबसे अच्छा AQI जालौर और उदयपुर में है जहां AQI का स्तर 100 से भी कम है. एक्सपर्ट के अनुसार, प्रदूषण के स्तर को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) से मापा जाता है, इससे हवा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है, AQI को 8 मानकों से तय किया जाता है, जिसमें PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO2, O3, NH3 और Pb शामिल है.

दिवाली पर बढ़ेगा AQI मीटर आपको बता दें दिपावली के त्यौहार में पटाखों से निकलने वाला धुआं शरीर के लिए घातक होता है, इसमें  PM2.5 सबसे ज्यादा खतरनाक है, PM2.5 का सामान्य स्तर 60 माइक्रो ग्राम और PM10 का सामान्य स्तर 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होना चाहिए. आपको बता दें 0-50 तक का AQI अच्छा माना जाता हैं जबकि 400-500 तक का AQI जानलेवा बीमारियों को जन्म देता है,AQI का स्तर 100 तक नॉर्मल माना माना जाता है. इससे ज्यादा AQI लेवल होने पर अस्थमा और फेफड़ों के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. इसके अलावा 300 से ज्यादा होने पर एयर क्वालिटी बहुत गंदी मानी जाती है,विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एयर क्वालिटी इंडेक्स और वैल्यू स्टैंडर्ड को 6 कैटेगरी में बांटा है जिसमें AQI का स्तर 50 से 500 तक होता है.

AQI बढ़ने के ये हैं कारणAQI के नॉर्मल स्तर से ऊपर जाते ही हार्ट व अस्थमा के मरीजों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिसमें सेंसिटिव लोगों को सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा और दिल के मरीजों पर तेजी से असर, सामान्य लोगों में सांस और फेफड़ों की बिमारियों  के असर दिखना शुरू हो जाते हैं,यहां अक्टूबर में AQI 250 से ऊपर   रहा. AQI बढ़ने के संभावित कारणों में वाहनों की आवाजाही बढ़ना, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन बढ़ना, घरों में होने वाली सफाई से डस्ट और पटाखों के धुएं से होने वाला प्रदूषण शामिल है.

 ये हैं बचाव के उपाय अगर इलाके की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता दिखे तो प्रदूषण अधिक होने पर N95 और N99 मास्क का प्रयोग करें, साथ ही एयर पॉल्यूशन अधिक होने पर पानी अधिक पिएं, बिना जरूरी काम घर से बाहर निकलने से परहेज करें, अस्थमा के मरीज अपने साथ इनहेलर रखें, इसके अलावा घर में एयर प्यूरीफायर का प्रयोग कर सकते हैं.

Tags: Air pollution, Air Pollution AQI Level, Diwali, Local18, rajasthan

FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 11:59 IST

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