JAIPUR BHADRAPAD SHRI KRISHNA JANMASHTAMI GANESH CHATURTHI – भाद्रपद में 21 दिन त्योहार, श्रीकृष्ण व गणेश जन्मोत्सव का छाएगा उल्लास

भाद्रपद (Bhadrapada) कृष्ण प्रतिपदा पर सोमवार को व्रत—त्योहार का महिना शुरू हुआ। भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा पर 20 सितंबर तक इस माह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami ) व गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) सहित करीब 21 दिन व्रत— त्योहार आएंगे। इसकी शुरुआत भाद्रपद कृष्ण तृतीयायुक्त चतुर्थी पर 25 अगस्त को संकष्ट चतुर्थी का व्रत से होगी। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, श्रीगजानन जन्मोत्सव, ऋषि पंचमी व जलझूलनी एकादशी जैसे बड़े पर्व का उल्लास भी देखने को मिलेगा।
भाद्रपद में 21 दिन त्योहार, श्रीकृष्ण व गणेश जन्मोत्सव का छाएगा उल्लास
— संकष्ट चतुर्थी कल, चन्द्रोदय रात 8.58 बजे
जयपुर। भाद्रपद (Bhadrapada) कृष्ण प्रतिपदा पर सोमवार को व्रत—त्योहार का महिना शुरू हुआ। भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा पर 20 सितंबर तक इस माह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami ) व गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) सहित करीब 21 दिन व्रत— त्योहार आएंगे। इसकी शुरुआत भाद्रपद कृष्ण तृतीयायुक्त चतुर्थी पर 25 अगस्त को संकष्ट चतुर्थी का व्रत से होगी। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, श्रीगजानन जन्मोत्सव, ऋषि पंचमी व जलझूलनी एकादशी जैसे बड़े पर्व का उल्लास भी देखने को मिलेगा। हालांकि कोविड 19 के चलते मेले जैसे आयोजनों पर रोक रहेगी। भक्त घर बैठे ही जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी के आयोजनों के दर्शन कर सकेंगे।
साल की चार बड़ी चौथ में से एक संकष्ट चतुर्थी का व्रत 25 अगस्त को रहेगा। इस दिन महिलाएं निराहार रहकर व्रत रखेंगी। चन्द्रोदय रात 8 बजकर 58 मिनट पर होगा। इस दिन तीजड़ी पर्व (सिंधी) और बहुला चौथ भी है। इसके बाद श्रीकृष्ण और गणेश जन्मोत्सव के साथ नंदोत्सव, ऋषि पंचमी, जलझूलनी एकादशी और अनंत चतुर्दशी जैसे प्रमुख त्योहार भी बनाए जाएंगे। वहीं सिंधी समाज का थड़दी पर्व, बच्छ बारस भी इसी महीने है।
भाद्रपद : हर दिन व्रत—त्योहार का उल्लास
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि तीज—त्योहार के लिए श्रावण के बाद अब भाद्रपद माह भी प्रमुख है। भाद्रपद में 21 दिन बड़े व्रत — त्योहार रहेंगे। हालांकि तीन छोटे त्योहार भी आएंगे। ऐसे में इस माह हर दिन व्रत—त्योहार का उल्लास नजर आएगा।
भाद्रपद के प्रमुख त्योहार
1. 25 अगस्त – सातुड़ी तीज, कजली तीज, संकष्ट चतुर्थी, तीजड़ी पर्व (सिंधी)
2. 27 अगस्त – चांद छठ व्रत
3. 29 अगस्त – थदड़ी (सिंधी समाज)
4. 30 अगस्त — श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत (जयंती योग), कालाष्टमी, संत ज्ञानेश्वर जयंती
5. 31 अगस्त – गोगा नवमी, नन्द महोत्सव
6. 3 सितम्बर – अजा एकादशी
7. 4 सितम्बर – बच्छ बारस, वत्स द्वादशी, शनिप्रदोष व्रत
8. 5 सितम्बर – मासशिवरात्रि, अघोरा चतुर्दशी व्रत, कैलाश यात्रा प्रारम्भ
9. 6 सितम्बर – पितृकार्य अमावस्या, कुशग्रहणी व पिठोरी अमावस्या
10. 7 सितम्बर – देवकार्य अमावस्या, भौमवती अमावस्या, लोहार्गल यात्रा
11. 9 सितम्बर – हरितालिका तीज व्रत, श्री वराह जयंती
12. 10 सितम्बर – गणेश चतुर्थी, कलंक चतुर्थी
13. 11 सितम्बर – भाई पंचमी, ऋषि पंचमी
14. 12 सितम्बर – सूर्यषष्ठी व्रत, बलराम जयंती
15. 13 सितम्बर – सन्तान व दुबड़ी सप्तमी
16. 14 सितम्बर – राधाष्टमी व्रत, श्री दधिची जयंती
17. 16 सितम्बर – रामदेव व तेजाजी दशमी, सुगन्ध-धूप दशमी, दशावतार जयंती
18. 17 सितम्बर – जलझूलनी एकादशी, डोल ग्यारस, विश्वकर्मा पूजा, श्री वामन जयंती
19. 18 सितम्बर — भुवनेश्वरी जयंती, शनिप्रदोष व्रत
20. 19 सितम्बर – अनन्त चतुर्दशी व्रत
21. 20 सितम्बर – पूर्णिमा व्रत, सिंजामाता पूजन प्रारम्भ, प्रौष्ठपदी श्राद्ध