JAIPUR CTIY—जलदाय विभाग-जयपुर शहर में पानी के बिल के 110 करोड़ रुपए डूबत खाते में,,,विभाग ने उठाया अब ये कदम | water supply bills
मुख्य अभियंता (शहरी) आरके लुहाड़िया मुख्य अभियंता एनआरडब्ल्यू भी हैं। लुहाडिया इस अतिरिक्त पद की जिम्मेदारी के लिए सरकार से निश्चित राशि और सुविधाएं भी ले रहे हैं। लेकिन विभाग की जल सेवाओं के बदले राजस्व कैसे बढे इसे लेकर वे चुप्पी साधे बैठे हैं। जबकि मुख्य अभियंता( एनआरडब्ल्यू) को समय समय पर यह देखना जरूरी है कि पानी के बकाया बिलों की 110 करोड़ रुपए की राशि की वसूली के लिए क्या प्रयास किए जाने चाहिएं और फील्ड इंजीनियर वसूली कर रहे हैं या नहीं।
जयपुर में टिके रहने का जुगाड़ भी
अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय में अधिशासी अभियंता एनआरडब्ल्यू का पद भी है। इसकी भी वही जिम्मेदारी है जो मुख्य अभियंता एनआरडब्ल्यू की जिम्मेदारी है। लेकिन इस पद को जलदाय इंजीनियरों ने जयपुर शहर में पोस्टिंग लेने का जरिया बना लिया। प्रदेश के सभी सर्कल अधीक्षण अभियंता कार्यालय में यह पद शहर में टिके रहने का जुगाड़ बन गया है।
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शहर में वसूली को लेकर चुप्पी
मौजूदा वित्तीय वर्ष 31 मार्च को खत्म हो रहा है। लेकिन शहर में एक दो सब डिवीजन को छोड़ दें तो अन्य सब डिवीजन में पानी के बिलों की बकाया राशि वसूलने में फील्ड इंजीनियरों की कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही है। अब 21 दिन में पहाड़ जैसी वसूली कैसे होगी इसे लेकर इंजीनियर चुप्पी साधे बैठै हैं।