JAIPUR WATER SUPPLY DEPARTMENT ENGINEERING – सामने आई जलदाय विभाग की इंजीनियरिंग की ‘पोल’

शहर में हुई बारिश के बाद जलदाय विभाग (Water supply department) की इंजिनियरिंग की सच्चाई सामने (Engineering’s truth) आ गई। वैशाली नगर में आम्रपाली सर्किल पर शुक्रवार सुबह दूसरे दिन भी सप्लाई के समय पेयजल लाइन टूट गई। वहीं पृथ्वीराज नगर को बीसलपुर पेयजल से जोड़ने के लिए जलदाय विभाग की ओर से बिछाई जा रही लाइन के दौरान खामी छोड़ने से सेक्टर सड़क धंसने लगी है।

सामने आई जलदाय विभाग की इंजीनियरिंग की ‘पोल’
— आम्रपानी सर्किल पर दूसरे दिन फिर तीन फुट आगे टूटी पेयजल लाइन
— जलदाय विभाग ने अब बिछाई डीआई पाइप लाइन
— पृथ्वीराज नगर में पेयजल लाइन पर मलबा—मिट्टी डाली, अब धंसने लगी सड़क
जयपुर। शहर में हुई बारिश के बाद जलदाय विभाग (Water supply department) की इंजिनियरिंग की सच्चाई सामने (Engineering’s ‘poll’) आ गई। वैशाली नगर में आम्रपाली सर्किल पर शुक्रवार सुबह दूसरे दिन भी सप्लाई के समय पेयजल लाइन टूट गई। करीब 30 साल पुरानी पेयजल लाइन पानी का प्रेशर सहन नहीं कर पाई और सप्लाई के दौरान वह फट गई। वहीं पृथ्वीराज नगर को बीसलपुर पेयजल से जोड़ने के लिए जलदाय विभाग की ओर से बिछाई जा रही लाइन के दौरान खामी छोड़ने से सेक्टर सड़क धंसने लगी है। इससे हादसे होने का डर लोगों को सताने लगा है।
वैशाली नगर में आम्रपाली सर्किल पर दूसरे दिन भी सप्लाई के समय पेयजल लाइन टूट गई। इससे क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बाधित हुई। हालांकि सूचना पर जलदाय विभाग के इंजिनियर मौके पर पहुंचे और वर्षों पुरानी सीमेंट की पाइप लाइन की जगह लोहे की 10 मीटर लंबी डीआई पाइप लाइन बिछाई। नगर खंड दक्षिण के अधिशाषी अभियंता देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि सर्किल पर गुरुवार को जहां पेयजल लाइन टूटी वहां से तीन फुट आगे पानी के तेज प्रेशर से पेयजल लाइन टूट गई। सीमेंट की पाइप लाइन पुरानी और जर्जर हो चुकी थी। अब स्थाई समाधान के लिए डीआई पाइप लाइन बिछा दी गई है। अगर क्षेत्र में पुरानी और जर्जर लाइन टूटती है तो वहां डीआई पाइप लाइन ही बिछाई जाएगी।
धंसने लगी सड़क
पृथ्वीराज नगर को बीसलपुर पेयजल प्रोजेक्ट से जोड़ने के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। यह पाइप लाइन सड़क के किनारे डाली जा रही है। पाइप लाइन डालने के बाद ठेकेदारों ने मलबा—मिट्टी डालकर लीपापोती कर दी। इसकी पोल शहर में आई बारिश ने खोल दी। पाइप लाइन डालने से मिट्टी का कटाव हो गया और सड़क धंसने लगी है। इससे यहां से गुजरने वालों को हादसा होने का डर सताने लगा है।