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जैसलमेर के वाटरमैन का प्रयास रंग लाया, बारिश के बाद तालाब हुए लबालब, पढ़िए जल – जीवन की कहानी  

कुलदीप/ जैसलमेर: राजस्थान के ऐसे कई इलाके है जहां के लिए कहा जाता है की वहां ‘घी से भी ज्यादा महत्व पानी का है’. जैसलमेर भी उन इलाकों में से एक है. ये एक ऐसा रेगिस्तानी इलाका है जहां तालाब, खड़ीन, टांका, बैरी, नाडी, धोरा, ये सब यहां वर्षा के जल संरक्षण के लिए काम लिए उपयोग में आने वाली अलग-अलग तकनीक है. इससे पता चलता है कि यहां के लोग पानी को कितना महत्व देते है. ऐसे ही एक व्यक्ति है जैसलमेर के पोकरण शहर में रहने वाले 35 साल के बलवंत सिंह जोधा, जो पानी के संरक्षण के महत्व को समझते हुए पिछले दस सालों से तालाबों के निर्माण, खुदवाई और उसके संरक्षण के कार्यों में लगे हुए है. जिसके बाद स्थानीय लोग उन्हें ‘वाटरमैन’ कहने लगे है.

पोकरण में पिछले दस सालों से एक साथ 50 एमएम से ज्यादा बारिश नही हुई थी. जिससे इन दस सालों में तालाबों में पानी की आवक नहीं हुई थी. लेकिन अबकी बार पोकरण में पहली ही बारिश 186 एमएम हुई जिसके बाद यहां के सभी तालाब पानी से लबालब हो गए और इसमें बलवंत सिंह जोधा जैसे पर्यावरण प्रेमी की दूरगामी सोच को सफलता मिली है.

बलवंत सिंह जोधा बताते है कि ‘उन्होंने करीब 7 साल पहले 2017 में पोकरण के रामदेवसर तालाब की खुदवाई करवाई थी, जिसके बाद उन्होंने उस तालाब के आगोर (कैचमेंट) को दर्ज करवाने की हाईकोर्ट में लड़ाई लड़ी. आगे वे बताते है कि जोधपुर हाईकोर्ट ने रामदेवसर तालाब के 355 बीघा आगोर को दर्ज करने का स्थानीय प्रशासन को ऑर्डर भी दे दिया है लेकिन प्रशासन ने इसे अभी तक दर्ज नहीं किया है. ऐसे ही वे बताते है कि हाल ही में मानसून से पहले उन्होंने जनसंहयोग और स्वयं के खर्च से पोकरण के प्राचीन तालाब बांदोलाई तालाब को खुदवाने, उसके घाटों का निर्माण करने और प्रशासन से 100 बीघा आगोर दर्ज करवाने का काम किया ताकि तालाब में पानी के आवक की जमीन को कब्जों और प्रशासन द्वारा बेचे जाने से रोका जा सके’.

आपको बता दें कि पोकरण में मानसून में 24 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए खबर लिखे जाने तक करीब 500 एमएम बारिश हो चुकी है और पहली ही बारिश एक साथ 186 एमएम हुई थी जो कि पिछले 24 सालों में हुई सबसे ज्यादा बारिश है. पोकरण के तहसील कार्यालय में दर्ज रैन गेज रजिस्टर के अनुसार साल 1996 में एक साथ 176 एमएम बारिश हुई थी जिसके बाद इस साल मानसून में एक साथ सबसे ज्यादा 186 एमएम बारिश हुई है जो कि अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है. बारिश से पहले पहले दूरगामी सोच रखते हुए तालाबों को खुदवाकर उसकी भराव क्षमता को बढ़ाना और घाटों का निर्माण करना, ताकि तालाब का पानी बाहर नहीं निकले, बलवंत सिंह जोधा की मुहिम का सफल होना कहा जा सकता है.

Tags: Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 18:34 IST

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