JKK#In ‘Almast Jogi’, the voices of Bhapang will resonate# | ‘अलमस्त जोगी’ में गूंजेंगी भपंग की स्वरलहरियां
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान कर ओर से शनिवार को राजस्थानी लोक कला को समर्पित कार्यक्रम ‘अलमस्त जोगी ‘आयोजित किया जाएगा। लोक कला, संगीत व संस्कृति संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से होने वाले इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध भपंग वादक कलाकार जुम्मा जोगी अपने ग्रुप के साथ प्रस्तुति देंगे।
जयपुर
Published: May 26, 2022 09:49:19 pm
जेकेके में 28 मई को होगा आयोजन
कार्यक्रम में प्रस्तुति देंगे लोकप्रिय भपंग वादक जुम्मा जोगी
डेल्फिक के लोक संगीत कार्यक्रम ‘अलमस्त जोगी’ में गूंजेंगी भपंग की स्वरलहरियां
जयपुर। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान कर ओर से शनिवार को राजस्थानी लोक कला को समर्पित कार्यक्रम ‘अलमस्त जोगी ‘आयोजित किया जाएगा। लोक कला, संगीत व संस्कृति संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से होने वाले इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध भपंग वादक कलाकार जुम्मा जोगी अपने ग्रुप के साथ प्रस्तुति देंगे। यह आयोजन जेकेके के कृष्णायन में शाम 6 बजे से होगा। डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान की अध्यक्ष श्रेया गुहा ने बताया कि भपंग वाद्ययंत्र मेवाती संगीत संस्कृति की धरोहर एवं राजस्थानी लोक-संगीत की पहचान है। वर्तमान परिवेश में धरातल से लुप्त होती लोककला,लोक गीतों एवं लोक वाद्य यंत्रों जैसे की भपंग आदि की संस्कृति को जीवित रखने एवं नई पीढ़ी के लोगों को इनसे जोडऩे के लिए इस कार्यक्रम का निर्धारण किया गया है। कार्यक्रम में जुम्मा जोगी द्वारा भपंग वादन की प्रस्तुति में उनके ग्रुप अन्य 5 कलाकार चिमटा,हारमोनियम, ढोलक, भपंग और मंजीरे पर प्रस्तुति देकर इस लोक संगीत कार्यक्रम को और अधिक रोचक एवं प्रभावशाली बनाने में साथ देंगे। अलवर के पिनान गांव से ताल्लुक़ रखने वाले जुम्मा जोगी पारंपरिक गीतों के साथ सामाजिक मुद्दों 0पर अपने व्यंग्य गीतों के लिए जाने जाते हैं। बालिका शिक्षा पर केंद्रित इनके कई गीत आमजन में काफ़ी लोकप्रिय हैं। 15 वर्ष की उम्र से भपंग वादन शुरू करने वाले जुम्मा के स्वरचित मनभावन संगीत को शहरी एवं ग्रामीण लोगों के साथ.साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पसंद किया जाता है। जुम्मा जोगी लंदन में आयोजित आईट्यून्स फेस्टिवल में भी प्रस्तुति दे चुके हैं और धरोहर बैंड का हिस्सा भी रह चुके हैं। गौरतलब है की डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान निरंतर कला और संस्कृति से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है और प्रतिमाह एक ऑनलाइन एवं एक मंचीय कार्यक्रम इसके बैनर तले आयोजित किए जाते हैं। गत एक वर्ष में 28 ऑनलाइन डेल्फिक डायलॉग्स के अतिरिक्त कला कार्यशाला, नाट्य मंचन हास्य चूड़ामणि, नृत्य नाटिका गेम ऑफ डाइस और मज़ार.ए.लैला मजनू फिल्म स्क्रीनिंग जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के सफल आयोजन हो चुके हैं।

‘अलमस्त जोगी’ में गूंजेंगी भपंग की स्वरलहरियां
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