868 साल पुराने किले में थे 2 मजदूर, तभी जोर से आई खौफनाक आवाज, हुआ कुछ ऐसा, झट से पहुंची पुलिस

जैसलमेरः राजस्थान के जैसलमेर में 868 साल पुराने सोनार फोर्ट की दीवार से 4 बड़े पत्थर अचानक सड़क पर आ गिरे. भारी पत्थरों के गिरने से वहां काम कर रहे 2 मजदूरों ने भागकर जान बचाई. यही नहीं, पत्थरों के गिरने से बैरिकेड के साथ-साथ बीएसएनएल का पोल भी टूटकर सड़क पर गिर गया. अचानक हुए इस हादसे से लोग भयभीत हो गए. गनीमत रही कि इस उस दौरान कोई वाहन या व्यक्ति सड़क से नहीं गुजरा, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. घटना की जानकारी मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस की टीम और पुरातत्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची.
अचानक हुए हादसे के बाद दुकानदारों ने भयभीत होकर अपनी दुकानें बंद कर दीं. दुकानदारों का कहना है कि 6 अगस्त को बारिश के दौरान यह दीवार टूट कर गिरी थी. उसके बाद से इसको बनाने का काम अभी तक शुरू नहीं किया गया. इस कारण सभी परेशान हो रहे हैं दरअसल, बरसात के दौरान 6 अगस्त को सोनार फोर्ट के शिव रोड की तरफ वाली दीवार का एक हिस्सा टूट कर सड़क पर आ गिरा था. बारिश के दौरान सड़क पर ज्यादा चहल-पहल नहीं होने से कोई हादसा नहीं हुआ था. प्रशासन ने सड़क के दोनों तरफ बैरिकेड लगाकर एहतियातन बंद कर दिया था. उसके बाद थोड़ा रास्ता खोल कर वाहनों की आवाजाही शुरू की थी. लेकिन, 3 महीने बीत जाने के बाद भी पुरातत्व विभाग ने इसकी मरम्मत का काम शुरू नहीं करवाया फिर एक बार फिर दीवार से पत्थर गिर गए.
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जैसलमेर का सोनार किला दुनिया के बहुत कम ‘लिविंग फोर्ट्स’ में से एक है. पुराने शहर की कुछ आबादी अभी भी किले के भीतर रहती है. जैसलमेर किला राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला है, जिसे 1156 ई. में रावल (शासक) जैसल ने बनवाया था. जिनके नाम पर इसका नाम पड़ा. भारत से पाकिस्तान की ओर जाने वाले प्राचीन सिल्क रूट के कारण इस किले को यहां बनवाया गया था. किले की विशाल पीले बलुआ पत्थर की दीवारें दिन के समय गहरे भूरे रंग की होती हैं. जो सूरज ढलने के साथ शहद-सुनहरे रंग में बदल जाती हैं, जिससे किला पीले रेगिस्तान में छिप जाता है. इस कारण इसे स्वर्ण दुर्ग, सोनार किला या गोल्डन फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है.
किले के निर्माण के समय से ही अंदर राजपरिवार और आम पब्लिक साथ ही रहते आए हैं. जैसलमेर किले में 382 प्रॉपर्टी हैं, जहां करीब 4 हजार से ज्यादा लोग रहते थे. किले की 33 प्रतिशत प्रॉपर्टी राजपरिवार की है और 67 प्रतिशत प्रॉपर्टी अंदर रहने वाले लोगों की यह देश का एकमात्र किला है. जहां किले की चारदीवारी में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी वहां रहने वाले आम लोगों की है. मरम्मत करवाने के लिए परमिशन की मांग किले में 3 प्रॉपर्टी राजपरिवार, 17 आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) और 10 खाली मकान पड़े हैं. जो जर्जर अवस्था में हैं ये 10 मकान उन लोगों के हैं, जो कई साल पहले मकान छोड़कर दूसरे शहरों में रहने चले गए. लोग अब इन प्रॉपर्टी की मरम्मत करवाने के लिए परमिशन की मांग कर रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 14:34 IST