Jp Nadda Rajasthan Tour Bjp Core Meeting Bye Election Jaipur News – नवंबर में राजस्थान दौरे पर आएंगे नड्डा, कोर कमेटी की बैठक में धरियावद और वल्लभनगर सीट के पैनल पर चर्चा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नवंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान दौरे पर आएंगे और सुंदर सिंह भंडारी के जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उदयपुर संभाग में यह दौरान संभावित है। हालांकि अभी उनके दौरे की तारीख तय नहीं हुई है। भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में शनिवार को उनके दौरे की तैयारियों पर चर्चा हुई। बैठक में लंबे समय बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी हिस्सा लिया।

जयपुर।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नवंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान दौरे पर आएंगे और सुंदर सिंह भंडारी के जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उदयपुर संभाग में यह दौरान संभावित है। हालांकि अभी उनके दौरे की तारीख तय नहीं हुई है। भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में शनिवार को उनके दौरे की तैयारियों पर चर्चा हुई। बैठक में लंबे समय बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी हिस्सा लिया।
बैठक के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने प्रेस वार्ता में बताया कि बैठक में उप चुनाव, पंचायत चुनावसहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई है। आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ आंदोलन पर भी बैठक में चर्चा की गई। सशक्त मंडल अभियान को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई है। धरियावद और वल्लभनगर उप चुनाव वाली सीटों के प्रत्याशी चयन पर चर्चा की गई है। कमेटी के समक्ष दर्जनों नाम रखे गए हैं। प्रत्याशी चयन के लिए दो वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। इन्हीं नेताओं के सुझाव और स्थानीय समिति की ओर से सुझाए गए नामों के आधार पर प्रत्याशी का चयन किया जाएगा।
ये मुद्दे भी बैठक में रखे गए
पूनियां ने बताया कि रीट परीक्षा में हुई अनियमितताओं को लेकर भी बैठक में चर्चाकी गई है। इस अनियमितता के विरोध में 4 अक्टूबर को भाजयुमो की ओर से प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर, जेईएन, कृषि पर्यवेक्षक और रीट परीक्षा को लेकर लगातार सवाल उठे हैं, इसे लेकर भी बैठक में चर्चा की गई। इन परीक्षाओं की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
गहलोत का चेहरा हमारे लिए फायदे की बात
गहलोत के वापस कांग्रेस के सत्ता में आने के बयान पर पूनियां ने कहा कि अगर चुनाव में कांग्रेस की तरफ से अशोक गहलोत का चेहरा रहा तो यह भाजपा के लिए फायदे की बात होगी। गहलोत कांग्रेस को इस लायक नहीं छोड़ेगे कि कांग्रेस यहां पर शासन कर सके। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वर्चुअल चीफ मिनिस्टर कहेंगे तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।