गर्म वस्त्रों से हो रहा बाबा श्याम और जीण माता का श्रृंगार, दिनचर्या में भी आया बदलाव

राहुल मनोहर/ सीकर. दिसंबर में सर्दी का असर तेज होने लगा है. सर्दी के कारण आम इंसान के साथ-साथ भगवान के मंदिरों की दिनचर्या में भी बदलाव आने लगा है. सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटूश्याम जी मंदिर व जीण माता मंदिर में भी विशेष बदलाव किए गए हैं. खाटू श्याम जी मंदिर में देर शाम बाद व सुबह जल्दी भक्तों की संख्या बहुत कम होने लगी है. ग्रामीण क्षेत्र में भारी कोहरे व ठंड के कारण भक्तों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
खाटूश्याम जी मंदिर में बाबा श्याम को गर्म कपड़े व विशेष श्रृंगार किया गया है. वहीं आरती के समय में भी बदलाव किया गया है. खाटू श्याम जी के साथ-साथ प्रसिद्ध तीर्थ धाम जीण माता को भी गर्म कपड़े पहने गए हैं.
बाबा श्याम का गर्म वस्त्र से होता है श्रृंगार
श्री श्याम मंदिर कमेटी खाटूश्यामजी के प्रबंधक संतोष शर्मा ने बताया कि बढ़ती सर्दी को देखते हुए बाबा श्याम की विशेष देखभाल की जा रही है. बाबा श्याम को रोज गर्म वस्त्र रूपी श्रृंगार किया जाता है. मंगला आरती सुबह 5.45 बजे व शृंगार आरती आठ बजे तथा भोग आरती दोपहर 12.30 बजे होती है. संध्या आरती 6 बजे व शयन आरती रात सवा नौ बजे होती है.
जीणमाता ने सर्दी की पोशाक धारण की
बढ़ती सर्दी को देखते हुए जीण माता मंदिर के पुजारी ने गर्भ गृह में मौजूद मां जीण भवानी को सर्दी के बचाव की व्यवस्था की गई है. जीणमाता मंदिर के पुजारी महेंद्र परासर ने बताया कि सर्दी बढ़ने के साथ ही माता को सर्दी रूपी पोशाक धारण करवाई जाती है. मां को आरती के बाद गर्म हलवे व चावल का भोग लगाया जाता है. मंदिर में गर्भगृह में हीटर एवं अंगीठी सेवा भी शुरू की गई है.
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FIRST PUBLISHED : December 16, 2023, 22:26 IST