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karnataka cabinet new decision schools colleges prayer with constitution preamble read mandatory | कर्नाटक: स्कूल-कॉलेज में प्रेयर के साथ संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य, सिलेबस से हटाए गए हेडगेवार

locationनई दिल्लीPublished: Jun 15, 2023 06:17:26 pm

कर्नाटक सरकार में मंत्री एच.के. पाटिल ने बताया कि कर्नाटक कैबिनेट ने स्कूलों और कॉलेजों में प्रेयर के साथ संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना अनिवार्य कर दिया है। अब सभी बच्चों को संविधान की प्रस्तावना पढ़ना होगा। इसके साथ ही स्कूल सिलेबस से RSS संस्थापक हेडगेवार की जीवनी को हटा दिया गया है। नाराज BJP इस पर बोली- कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी है।

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कर्नाटक सरकार में मंत्री एच.के. पाटिल

कर्नाटक के स्कूल कालेजों के छात्रों को अब प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना जरूरी है। कर्नाटक सरकार में मंत्री एच.के. पाटिल ने बताया कि, राज्य कैबिनेट ने स्कूलों और कॉलेजों में प्रेयर के साथ संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना अनिवार्य करने का फैसला किया है। इसके साथ ही स्कूल सिलेबस से RSS संस्थापक हेडगेवार की जीवनी को हटा दिया गया है। इसके साथ ही कर्नाटक मंत्रिमंडल ने पुराने कानून को वापस लाने के लिए राज्य में APMC अधिनियम में संशोधन करने का भी फैसला किया है। आज कैबिनेट की बैठक में पाठ्यपुस्तकों के पुनरीक्षण पर भी चर्चा हुई। पाठ्यपुस्तक पाठ्यक्रम पर कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा, के.बी. हेडगेवार पर पाठ्यक्रम हटा दिया गया है … उन्होंने (पिछली सरकार ने) पिछले साल जो भी बदलाव किए थे, हमने उन्हें बदल दिया है और पिछले साल से जो कुछ भी था उसे फिर से शुरू किया है…”। कर्नाटक कैबिनेट के इस फैसले के बाद राजनीतिक पार्टियां अब शोर हंगामा मचाना शुरू करेंगी। के.बी. हेडगेवार का पाठ्यक्रम हटाया जाना भाजपा को गवारा नहीं होगा। हुआ। नाराज BJP इस पर बोली- कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी है।

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