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कैटरीना कैफ 42 की उम्र में बनीं मम्मी, इस उम्र में नॉर्मल डिलिवरी संभव है? जानें डॉक्टर की राय katrina kaif becomes mother of vicky kaushal son what doctor sunita mittal says on normal and c section delivery at age after 40

Katrina Kaif Blessed with baby boy at 42: कैटरीना कैफ और विक्की कौशल फाइनली पेरेंट्स बन गए हैं. कैटरीना ने शादी के 4 साल बाद 7 नवंबर को बेटे को जन्म में दिया है. यह कपल का पहला बच्चा है. वहीं कैटरीना 42 साल की उम्र में मां बनी हैं. इस उम्र में मां बनने के कई खतरे होते हैं और नॉर्मल व सीजेरियन डिलिवरी को लेकर भी कई चुनौतियां सामने आती हैं. जहां नॉर्मल डिलिवरी काफी दर्द भरी और प्राकृतिक होती है वहीं सीजेरियन में इतना दर्द नहीं झेलना पड़ता लेकिन ऑपरेशन होता है. ऐसे में बहुत महिलाएं इस उम्र में सीजेरियन डिलिवरी को भी चुनती हैं. हालांकि सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस उम्र में मां बनने वाली महिलाओं की नॉर्मल डिलिवरी हो सकती है? 40 के पार उम्र में नॉर्मल डिलिवरी या सीजेरियन डिलिवरी, किसकी रिकवरी में कठिनाईयां कम होती हैं?

इस उम्र में प्रेग्नेंसी और नॉर्मल डिलिवरी को लेकर आइए जानते हैं फॉर्टिस मेमोरियल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट गुरुग्राम में ऑब्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी डायरेक्टर डॉ. सुनीता मित्तल से…

डॉ. सुनीता कहती हैं कि 35 साल की उम्र या इसके बाद पहली बार प्रेग्नेंसी या मां बनने को एल्डरली प्राइमी कहा जाता है. इस उम्र में कंसीव करना हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में आता है. इस उम्र में प्रेग्नेंट होने पर न केवल महिला बल्कि बच्चे के लिए भी कई कॉम्प्लिकेशंस बढ़ जाती हैं. 40 की उम्र के बाद जेस्टेशनल हाइपरटेंशन, डायबिटीज और सी-सेक्शन डिलिवरी के चांसेज भी बढ़ जाते हैं. डिलिवरी के रिस्क की बात करें तो इस उम्र में मां बनने वाली महिला पहली बार मां बन रही है, या दूसरी तीसरी बार या चौथी बार मां बन रही है, खतरे इस बात पर भी निर्भर करते हैं.

डॉ. मित्तल कहती हैं कि अगर कोई महिला पहली बार मां बन रही है तो उसके लिए चुनौतियां ज्यादा होंगी. अगर उसे कंसीव करने और पूरे प्रेग्नेंसी पीरियड के दौरान परेशानियां रही हैं तो डिलिवरी में भी रिस्क होना लाजिमी है और ऐसे में नॉर्मल डिलिवरी होना संभव नहीं है. अगर बच्चे का वजन, हेल्थ सब ठीक है, महिला को भी हाई बीपी, डायबिटीज आदि नहीं है और सामान्य स्थिति है तो नॉर्मल डिलिवरी के लिए कोशिश की जा सकती है.

अगर कोई महिला इस उम्र में दूसरी या तीसरी बार मां बन रही है तो उसके लिए हालात काफी हद तक सामान्य रह सकते हैं. पहले बच्चे के मुकाबले उसे प्रेग्नेंसी पीरियड और डिलिवरी दोनों में कम रिस्क रह सकता है. अगर महिला का पहला बच्चा नॉर्मल हुआ है और कोई अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं है तो दूसरा या तीसरा बच्चा भी नॉर्मल होने की पूरी संभावना है. लेकिन अगर कोई हेल्थ कंडीशन है तो फिर सी-सेक्शन हो सकता है.

वहीं अगर किसी महिला का चौथा या पांचवा बच्चा है तो इस उम्र में ज्यादा दिक्कतें हो सकती हैं. इस उम्र में मां और बच्चे दोनों को ही परेशानी हो सकती है. कई मेटरनल, फेटल और डिलिवरी रिस्क हो सकते हैं. इतना ही नहीं डिलिवरी के बाद महिला के शरीर को रिकवर होने में ज्यादा समय भी लग सकता है या पोषण की कमी भी हो सकती है.

डॉ. सुनीता कहती हैं कि इसीलिए अगर महिलाएं मां बनना चाहती हैं तो उन्हें 35 साल से पहले-पहले या संभव हो तो 30 की उम्र तक कंसीव कर लेने की सलाह दी जाती है. यह फर्टाइल एज होती है साथ ही प्रेग्नेंसी और डिलिवरी के लिहाज से सही होती है.इस उम्र में खतरे भी कम होते हैं. साथ ही शरीर अन्य बीमारियों की गिरफ्त में भी कम आता है तो नॉर्मल डिलिवरी की संभावना भी बनती है.

बता दें कि कैटरीना कैफ की डिलिवरी नॉर्मल हुई है या सी-सेक्शन है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन इसके सहारे 40 की उम्र या उसके बाद नॉर्मल डिलिवरी की संभावनाओं को लेकर डॉक्टर ने अपनी राय दी है.

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