Kotputli Borewell Rescue Operation : 90 घंटे के बाद भी हाथ खाली, चेतना के लिए अब शुरू हुआ दुआओं का दौर
हीरालाल सैन.
जयपुर. कोटपुतली में सैंकड़ों फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरी चेतना को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है. लगातार 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी टीमों के हाथ खाली है. रेस्क्यू ऑपरेशन के प्लान-A के बाद प्लान-B भी अभी तक सफल नहीं हो पाया है. चार दिन से चल रहे इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता नहीं मिलने से अब ग्रामीण मायूस हो गए हैं. अब चेतना के लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है. चेतना का बचाने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन अब राजस्थान का सबसे बड़ा ‘रेस्क्यू ऑपरेशन. बन गया है.
कोटपुतली के बड़ीयाली ढाणी में चेतना को बचाने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में गुरुवार रात को हुई बारिश ने भी खलल डाला. इसके कारण बचाव कार्य प्रभावित हुआ. हालांकि चेतना को निकालने के लिए खोदे गए नए गड्डे में पाइप डालने कार्य जारी है. पाइप डालने का काम पूरा होने के बाद एक्सपर्ट टीम की ओर से सुरंग खोदी जाएगी. रेस्क्यू आपॅरेशन के प्लान B के तहत 170 फीट गहरे गड्डे में पाइल डाले गए हैं.
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पत्थर की लेयर ने भी कराई देरीइससे पहले गुरुवार को दिन में दूसरा गड्डा खोदते समय फिर से पत्थर की लेयर आ जाने के कारण काफी दिक्कतें आईं. बाद में पत्थर की इस लेयर को ड्रिल मशीन से तोड़ा गया. इसके चलते पाइप डालने में काफी देरी हुई. इस गड्डे को पाईलिंग मशीन से खोदा गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग के लिए उत्तराखंड से रेट माइनर टीम को बुलाया गया है. यह टीम हाथ से सुरंग खोदने में बेहद पारंगत है.
मासूम चेतना सोमवार को बोरवेल में गिरी थीकोटपुतली के किरतपुरा इलाके में स्थित बड़ीयाली ढाणी निवासी तीन साल की चेतना सोमवार को दोपहर में बोरवेल में गिरी थी. उसके तीन चार घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था. इस ऑपरेशन को चलते हुए शुक्रवार को सुबह सात बजे तक करीब 90 घंटे हो चुके हैं. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें चेतना को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए तमाम प्रयास कर चुकी है लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है.
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FIRST PUBLISHED : December 27, 2024, 07:43 IST