kya hai trikal sandhya benifit Sleeping these three times can cause serious harm timing importance | इन तीन समय पर सोने से हो सकता है भयंकर नुकसान, जानिए क्या है इनकी टाइमिंग
भोपालPublished: Jan 13, 2024 12:11:38 pm
kya hai trikal sandhya चिकित्सकों से तो कई बार सुना होगा कि जीवनशैली दुरुस्त करिये और सोने और जागने का सही नियम बनाइये। लेकिन क्या आप जानते हैं हिंदू धर्म ग्रंथों में हजारों साल पहले ही इस पर विचार किया गया है। इसके अनुसार सोने और जागने के नियम का पालन करने से शरीर और मन को कई फायदे होते हैं। लेकिन इन नियमों की अनदेखी आपके लिए भयंकर और खतरनाक हो सकती है। आइये जानते हैं त्रिकाल संध्या और इस समय सोने से होने वाला नुकसान क्या है..
त्रिकाल संध्या के समय सोने से क्या होता है
त्रिकाल संध्या और इसकी टाइमिंग क्या है..
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार संध्या का अर्थ दो समयों, जबकि तात्विक दृष्टि से इसका अर्थ जीवात्मा और परमात्मा का मिलन है। इस तरह त्रिकाल संध्या का अर्थ हुआ सुबह, दोपहर 12 बजे और सूर्यास्त के 15 मिनट पहले और 15 मिनट बाद का समय। मान्यता है कि इस समय सुषम्ना नाड़ी का द्वार खुला रहता है, जो कुंडलिनी जागरण और साधना में उन्नति के लिए बहुत जरूरी है। इस त्रिकाल संध्या के समय पूजा, जप, प्राणायाम और ध्यान अत्यंत लाभदायी होता है। इसलिए इस समय का उपयोग इन्हीं कामों में करना चाहिए। साथ ही इन तीनों समयों में पूजन को संध्या पूजन कहा जाता है। इसमें पूजन करने से मन को शांति मिलती है।