सेवा के चक्कर में जिंदगी का सौदा! एक कदम गलत और झील बनी कब्र

Last Updated:April 24, 2025, 17:58 IST
जोधपुर की कायलाना झील में मछलियों को दाना डालते समय फिसलकर एक व्यक्ति की मौत हो गई. सेवा भावना में सतर्कता भूलना जानलेवा साबित हुआ. गोताखोरों ने शव निकाला और लोगों से दूरी बनाकर दाना डालने की अपील की.X
आप भी मछलियों को दाना खिलाने जाते हैं झील के पास तो इन बातों का रखें ध्यान
जोधपुर- जोधपुर की प्रसिद्ध कायलाना झील में एक बेहद दुखद हादसा सामने आया, जब गंगाराम नामक एक बुजुर्ग व्यक्ति सेवा भाव से मछलियों को दाना डालने झील के किनारे पहुंचे. किनारे पर नील जमी हुई थी, जिस पर उनका पैर फिसल गया और वे सीधे झील में जा गिरे. दुर्भाग्यवश, उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
झील किनारे जमी नील बनी मौत का कारणझील के किनारे फिसलन भरी नील जमी होने के कारण गंगाराम का संतुलन बिगड़ गया. उन्होंने न तो नीचे देखा और न ही खतरे का आकलन किया. सेवा की भावना में लीन होकर वे सीधे पानी में जा गिरे. मौके पर पहुंचे गोताखोरों ने काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला.
गोताखोरों ने शुरू किया रेस्क्यू अभियानस्थानीय गोताखोर दाऊलाल मालवीय और उनकी टीम भरत चौधरी, गणेश, ओमप्रकाश और अन्य ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. पहले दिन रात होने तक शव का पता नहीं चल पाया, लेकिन अगली सुबह फिर से सर्च अभियान शुरू किया गया और गंगाराम का शव बरामद किया गया.
दूरी बनाए रखें, दाना दूर से डालेंगोताखोरों ने साफ कहा कि इस तरह के हादसे झीलों के किनारे बार-बार हो रहे हैं. उन्होंने अपील की कि जो भी लोग सेवा भावना से मछलियों को दाना डालने आते हैं, वे पानी से दूर रहकर ही दाना डालें. किनारे पर खड़े होकर या झुककर दाना डालना जानलेवा हो सकता है.
सेवा से पहले सुरक्षा जरूरीसेवा का भाव निश्चित रूप से महान है, लेकिन उसके साथ सुरक्षा की सावधानी भी जरूरी है. अगर थोड़ी सी सतर्कता बरती जाती, तो शायद आज गंगाराम हमारे बीच होते. यह घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि भावना में बहकर अपनी जान जोखिम में न डालें.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 24, 2025, 17:58 IST
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सेवा के चक्कर में जिंदगी का सौदा! एक कदम गलत और झील बनी कब्र