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Maharana Pratap Tourist Circuit: धरातल पर दिखेगा महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट, ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए सर्वे शुरू, बनेगा आकर्षण का मुख्य केंद्र

Agency: Rajasthan

Last Updated:February 24, 2025, 19:49 IST

Maharana Pratap Tourist Circuit: सरकार महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट प्रोजेक्ट को बनाने के लिए गंभीर दिख रही है. आर्किटेक्ट और प्राधिकरण के सदस्य चावंड, हल्दीघाटी, गोगुंदा, कुंभलगढ़, दिवेर और उदयपुर का दौरा करे…और पढ़ेंमहाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट बनकर होगा तैयार, उदयपुर को मिलेगी नई पहचान

महाराणा प्रताप सर्किट

हाइलाइट्स

महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट प्रोजेक्ट शुरू हुआ.पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 100 करोड़ का बजट.उदयपुर, हल्दीघाटी, कुंभलगढ़ आदि का दौरा होगा.

उदयपुर. आने वाले पर्यटकों के लिए एक खास खबर है. महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट प्रोजेक्ट आखिरकार एक साल बाद धरातल पर उतरता दिख रहा है. प्रदेश सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है. इस प्रोजेक्ट के तहत महाराणा प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों के विकास की योजना बनाई गई है. इसके लिए गुड़गांव की एक आर्किटेक्ट फर्म को 6.30 लाख रुपये का टेंडर जारी कर वर्क ऑर्डर दिया गया है.

पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए बनेगी विस्तृत योजनायह फर्म राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के साथ मिलकर कॉन्सेप्ट प्लान और प्राइमरी रिपोर्ट तैयार करेगी.  आर्किटेक्ट और प्राधिकरण के सदस्य चावंड, हल्दीघाटी, गोगुंदा, कुंभलगढ़, दिवेर और उदयपुर का दौरा करेंगे. इस दौरान पर्यटन स्थलों को विकसित करने, नई सुविधाएं जोड़ने और पर्यटकों के आकर्षण बढ़ाने के लिए एक विस्तृत योजना बनाई जाएगी.

पहले चरण में 5 स्थानों का विकास प्रोजेक्ट के पहले चरण में उदयपुर, राजसमंद और सलूंबर के पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जाएगा. राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत के अनुसार, शुरुआत में दिवेर, हल्दीघाटी, गोगुंदा, चावंड और कुंभलगढ़ को टूरिस्ट सर्किट में शामिल किया गया है. इन स्थलों का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी.

इतिहास और धरोहर को संवारने का कार्यपर्यटकों के लिए नई सुविधाएं और बेहतर कनेक्टिविटी इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य इन ऐतिहासिक स्थलों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है. इसके तहत: पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. इतिहास और धरोहर को संवारने का कार्य किया जाएगा. कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जाएगा ताकि पर्यटकों को पहुंचने में आसानी हो. सरकार का लक्ष्य इन स्थानों को ऐतिहासिक पर्यटन के केंद्र में बदलना है, जिससे देश-विदेश के अधिक पर्यटक यहां आ सकें.

2005 में बनी थी योजना, अब नए स्वरूप में लौट रही महाराणा प्रताप से जुड़े पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना 2005 में ‘मेवाड़ कॉम्प्लेक्स सर्किट’ के नाम से बनाई गई थी. यह परियोजना केंद्र सरकार की वित्तीय सहायता से शुरू हुई थी. पहले दो चरण पूरे होने के बाद अब इसे ‘महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट’ का नया नाम दिया गया है. इस परियोजना का उद्देश्य मेवाड़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और इसे एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है. तीसरे चरण के तहत, अब सरकार इसे व्यापक रूप से लागू करने जा रही है, जिससे राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र और समृद्ध होगा.


Location :

Udaipur,Rajasthan

First Published :

February 24, 2025, 19:49 IST

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महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट बनकर होगा तैयार, उदयपुर को मिलेगी नई पहचान

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