The Graph Of Mobile, Telephone Connections Continuously Falling In Raj – राजस्थान में लगातार गिरा मोबाइल, टेलीफोन से जुड़ने वालों का ग्राफ

लाखों लोग की मोबाइल,टेलीफोन से सीधी कनेक्टिविटी नहीं या फिर वे पारिवारिक सदस्य के भरोसे

भवनेश गुप्ता
जयपुर। राजस्थान में टेलीडेंसिटी (दूरसंचार सेवा से सीधे जुड़े उपभोक्ता) का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। पिछले ढाई साल में 5.7 प्रतिशत लोग कम हुए हैं, जिनका मोबाइल या टेलीफोन से या तो सीधी कनेक्टिविटी ही नहीं है या फिर वे पारिवारिक सदस्य के भरोसे हो गए हैं। जनवरी 2019 में टेलीटेंसिटी (प्रत्येक सौ लोगों में मोबाइल-टेलीफोन कनेक्शन संख्या) का प्रतिशत 88.77 था, जो घटकर अब 83.07 प्रतिशत पर आ गया है। पिछले छह माह में भी लगातार गिरावट जारी है, जो 0.54 प्रतिशत कम हो गई। यहां हर सौ लोगों में 83 लोग ही मोबाइल-टेलीफोन सुविधा से जुड़े हैं। डिजिलटाइजेशन के दौरान में यह स्थिति परेशान करने वाली है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) की जारी रिपोर्ट के बाद मोबाइल आॅपरेटरर्स भी इसका अध्ययन करने में जुटे हैं।
इस तरह रहा टेलीटेंसिटी ग्राफ
जनवरी 2019- 88.77 प्रतिशत
दिसम्बर 2019- 85.95 प्रतिशत
जनवरी 2020- 84.48 प्रतिशत
दिसम्बर 2020- 83.73 प्रतिशत
जनवरी 2021- 83.44 प्र1तिशत
फरवरी- 83.61 प्रतिशत
मार्च- 83.14 प्रतिशत
अप्रेल-83.82 प्रतिशत
मई- 83.14 प्रतिशत
जून- 83.07 प्रतिशत
देश में यह स्थिति
दिल्ली — 280.28
हिमाचल प्रदेश — 147.99
केरल — 130.43
पंजाब — 125.40
तमिलनाडू — 108.51
महाराष्ट्र — 107.83
कर्नाटक — 104.66
गुजरात — 99.68
आंध्रप्रदेश — 98.53
हरियाणा —95.65
जम्मू—कश्मीर — 88.33
पश्चिम बंगाल — 84.94
राजस्थान— 83.07
उत्तर—पूर्वी राज्य —81.37
ओडिशा — 79.49
असम — 71.75
मध्यप्रदेश — 69.26
उत्तरप्रदेश — 68.61
बिहार — 53.59
(आंकड़े प्रतिशत में है)
देश में सबसे कम उपभोक्ता बढ़े राजस्थान में
उत्तरप्रदेश (पूर्व)- 5.15 लाख
पश्चिम बंगाल- 3.82 लाख
उत्तरप्रदेश (पश्चिम)- 2.87 लाख
गुजरात- 2.78 लाख
मध्यप्रदेश- 3.69 लाख
महाराष्ट्र- 4.32 लाख
ओडिशा— 3.13 लाख
दिल्ली- 1.84 लाख
पंजाब- 1.14 लाख
तमिलनाडू- 1.16 लाख
राजस्थान- मात्र 2086
(मई की तुलना में जून में बढ़े उपभोक्ता संख्या)