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March 20 is celebrated every year as Head Injury Day. Do not take head injury lightly, it can cause huge damage – News18 हिंदी

रिपोर्ट-शक्ति सिंह
कोटा. सिर की चोट अगर मामूली भी है तो इसे कतई हल्के में न लें, अगर नजरअंदाज किया तो हो सकता है ये भारी नुकसान पहुंचा दे. कई बार सिर में चोट (हेड इंज्यूरी) लगने पर खून नहीं निकलता. लेकिन हो सकता है सिर के अंदर ब्लीडिंग हो रही हो और ये क्लॉट यानि खून का थक्का बन जाए. लोग इसे सामान्य मानकर नजर अंदाज कर देते हैं. लेकिन ये बेहद गंभीर मामला है. इसलिए सिर में ज़रा सी भी चोट लगते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

गंभीर बात यह है कि सिर की चोट कई दिन बाद असर दिखाती है. कुछ मामलों में तो यह कई साल बाद उभरती है. इसलिए इसकी अनदेखी करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. यही वजह है कि लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 20 मार्च को विश्व सिर की चोट (हेड इंज्यूरी ) जागरुकता दिवस या वर्ल्ड हेड इंज्यूरी अवेयरनेस डे मनाया जाता है.

भारत में हर साल 20 लाख लोगों को हैड इंज्यूरी
न्यूरो सर्जन डॉ एस एन गौतमाचार्य एवं विभागाध्यक्ष मेडिकल कॉलेज कोटा ने बताया इसके पीछे उद्देश्य आम जन को हेड इंज्यूरी से बचाव के उपाय ओर इससे होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देना है. ताकि आमजन और समाज जागरूक हो सकें. देश में हर साल लगभग 20 लाख लोगों के मस्तिष्क या सिर में लगी चोटों (हेड इंज्यूरी) के मामले सामने आते हैं. केवल जरा सी लापरवाही होने के कारण इनमें से आधी जिंदगियां समाप्त हो जाती हैं. अगर कुछ सजगताओं पर अमल किया जाए, तो समय रहते पीड़ित व्यक्ति की जान बचायी जा सकती है.

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हेड इंज्यूरी क्या है
सिर की चमड़ी, हड्डी और दिमाग़ में किसी भी तरह की लगी हुई चोट को हेड इंज्यूरी कहते हैं. सिर में चोट लगने के कुछ मिनटों या घंटों के भीतर आम तौर पर चोट के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. लेकिन कभी-कभी वे कुछ दिनों तक स्पष्ट नहीं हो पाते हैं.

हेड इंज्यूरी के कारण
हेड इंज्यूरी के मुख्य कारण आमतौर पर सड़क दुर्घटना, मार पीट झगड़ा, ऊँचाई से या सीढ़ियों से गिरना, प्राकृतिक आपदा जैसे भूकम्प, बाढ़, शराब पीकर या मोबाइल का उपयोग करते हुए गाड़ी चलाना, खेल के दौरान चोट. इन सब कारणों से हेड इंज्यूरी हो सकती है.
कब करवाएं सीटी स्कैन
-सिर में चोट लगने के बाद अगर इंसान की याददाश्त गड़बड़ा रही हो
-सिरदर्द, उल्टी, 60 वर्ष, दवा या शराब का नशा, याददाश्त में कमी के लक्षण

सिर की चोट के लक्षण
सिर में चोट लगने के बाद अंदरूनी चोट का पता या तो तुरंत बाद या फिर कुछ समय बाद धीरे-धीरे पता चलता है. कई बार सिर में चोट लगने से खोपड़ी के ऊपर किसी प्रकार का निशान नहीं दिखता. लेकिन अंदर मस्तिष्क में नील पड़ सकता है.
-अगर सिर में लगी चोट गंभीर नहीं है, तो इससे आमतौर पर निम्न लक्षण विकसित हो सकते हैं- सिर दर्द, उल्टी आना, नींद आना, व्यवहार में बदलाव.

-अगर सिर में गंभीर चोट लगी है तो इसमें निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं. आंखों की पुतलियों का आकार एक समान न रहना. नाक या कान से खून आना. याददाश्त भूलना, दौरे पड़ना, शरीर का कोई हिस्सा हिला न पाना, पूरी तरह से होश में न होना या बेहोश हो जाना.

सिर में चोट लगने पर क्या करें
हल्की चोटों के लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती. लेकिन उनके संकेतों और लक्षणों के बारे में हम सबको पता होना चाहिए, ताकि हम जरूरत के हिसाब से फौरन इलाज करवा लें.
-अगर सिर की चोट गंभीर है, तो तुरंत अस्पताल जाएं.
– यदि घायल व्यक्ति के सिर से खून बह रहा है, तो पट्टी या साफ कपड़े का उपयोग कर रक्त स्राव रोकने का प्रयास करें.
– सिर की चोट पर बर्फ लगाना चाहिए. चोट के बाद सिर पर उभार हो सकता है और वो पीला दिख सकता है. चोट लगने पर 20 मिनट तक कुछ ठंडा लगाने से बाहरी सूजन और दर्द कम हो जाएगा.

Tags: Health and Pharma News, Kota news, Local18

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