married-daughters-eligible- for compassionate-ground-job in rajasthan | Rajasthan Roadways : राजस्थान में पहली बार रोडवेज ने दी विवाहित पुत्री को अनुकम्पा नियुक्ति
राजस्थान रोडवेज ने अपनी संचालक मण्डल की सितम्बर 2021 में आयोजित 296वीं बैठक में निर्णय लेकर परिवहन विभाग की सहमति से न सिर्फ नियमों में संशोधन कर दिया, बल्कि 8 अप्रैल को तीन पुत्रियों को अनुकंपा नियुक्ति के आदेश प्रदान कर दिए गए हैं।
जयपुर
Published: April 08, 2022 11:49:14 pm
जयपुर राजस्थान रोडवेज ने पहली बार विवाहित पुत्री को भी अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। यह पहले केवल पुत्र या फिर अविवाहित पुत्री को ही दिया जाता था। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट ने अक्टूबर 2021 में निर्णय किया था कि राज्य के किसी भी कर्मचारियों की सेवाकाल में मृत्यु होने पर यदि मृतक आश्रित की श्रेणी में विवाहित पुत्री ही सेवा के लिए पात्र है तो न्यायालयों के निर्णयों का ध्यान रखते हुए विवाहित पुत्रियों को भी विवाहित पुरूषों की तर्ज पर महिलाओं को भी अनुकंपा नियुक्ति दी जा सकती है।

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तीन को अनुकंपा नियुक्ति
इस अवधारणा को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान रोडवेज ने अपनी संचालक मण्डल की सितम्बर 2021 में आयोजित 296वीं बैठक में निर्णय लेकर परिवहन विभाग की सहमति से न सिर्फ नियमों में संशोधन कर दिया, बल्कि 8 अप्रैल को तीन पुत्रियों को अनुकंपा नियुक्ति के आदेश प्रदान कर दिए गए हैं।
इन्हें मिली नियुक्ति
इसमें तत्कालीन निगम कर्मी स्व0 नन्द किशोर, चालक, झालावाड़ आगार की विवाहिता पुत्री ज्योति पाटीदार, स्व0 रमेश चन्द्र गुर्जर, चालक, चित्तौड़गढ आगार की विवाहिता पुत्री कविता गुर्जर और स्व0 महेश कुमार बोहरा, कनिष्ठ अभियन्ता, केन्द्रीय कार्यशाला जोधपुर की विवाहिता पुत्री शीला पुरोहित को कनिष्ठ लिपिक पद पर नियुक्ति के आदेश जारी किए गए हैं। यह प्रकरण उन विवाहित पुत्रियों के थे जो तत्समय प्रचलित नियमों में प्रावधान नहीं होने के कारण नियुक्ति के पात्र नहीं थी, परन्तु राज्य सरकार की अधिसूचना एवं परिवहन विभाग के आदेशों के तहत अविवाहित होने की बंदिश हटने के कारण पात्रता की श्रेणी में आ गई।
अब तक 371 अनुकंपा नियुक्ति
इसके साथ ही 9 अन्य प्रकरणों में मृतकआश्रितों के नियुक्ति आदेश भी आज जारी किए गए हैं। इन्हें सम्मिलित करते हुए रोडवेज में पिछले 9 महीनों में अब तक 371 प्रकरणों में नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं।
Anand Mani Tripathi
आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…
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