छोटी बहन और पिता की मौत से बिगड़ी मानसिक स्थिति, 9 महीने लापता रहने के बाद परिवार से ऐसे मिला आकाश-Mental condition worsened due to death of younger sister and father, this is how Akash met his family after being missing for 9 months
करौली. यूपी के फिरोजाबाद की एक मां को बेटा और बहन को 9 महीने से लापता चल रहा उसका भाई राजस्थान के करौली में सही सलामत मिला तो दोनों ही अपने खुशी के आंसू नहीं रोक पाई. इस भावुक पल को देखने वालों की आंखे भर आईं. फिरोजाबाद का रहने वाला आकाश 9 महीना से अपने घर से लापता था. वह घर से बिना बताए निकल गया था. आकाश की मां और उसकी बहन ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी यूपी के फिरोजाबाद थाने में लिखवाई. लेकिन पुलिस भी आकाश को नहीं ढूंढ पाई. कई महीने आकाश की याद में यूं ही गुजरते रहे. लेकिन उसका कोई भी सुराग महीनों तक नहीं लगा. इसके बाद आकाश की मां और बड़ी बहन का उसके बिना जीना मुश्किल सा हो गया.
लगभग 9 महीना के बाद फिरोजाबाद के परिवार के लिए एक दिन इतना अच्छा आया कि एक कॉल के जरिए उन्हें पता लगा कि आकाश सही सलामत है और वह राजस्थान के करौली में है. इसके बाद फिरोजाबाद की यह मां और बहन दोनों सीधे करौली के लिए रवाना हो गए. जैसे से ही उन्हें अपना खोया हुआ बेटा करौली के काव्या सेवा संस्थान में सही सलामत मिला तो, दोनों अपने आप को आकाश को गले लगाने से नहीं रोक पाई. सबसे खास बात तो यह है कि जिस दिन आकाश अपनी मां और बड़ी बहन को मिला ठीक उसी दिन उसका जन्मदिन भी था.
पिता की मौत के बाद घर से हुआ था लापताफिरोजाबाद की रहने वाली तनु शर्मा ने बताया कि उनका छोटा भाई आकाश पिता की मौत के बाद 13 वें दिन 1 नवंबर 2023 को घर से बिना बताए निकल गया था. हमने सोचा शायद वह अपने किसी दोस्त के पास गया होगा. लेकिन दो-तीन दिन तक जब वह घर नहीं लौटा तो हमें टेंशन हुई. इसके बाद हमने फिरोजाबाद थाने में आकाश के लापता होने की भी रिपोर्ट भी लिखाई, इसके गुमशुदा होने के पोस्टर भी लगवाएं. लेकिन आकाश का कुछ भी अता-पता नहीं लगा.
कई महीने गुजरने के बाद पुलिस ने भी हमें यही बताया कि आकाश घर से ऐसे ही निकल गया है तो वह खुद ही लौट आएगा. ऐसे ही ढूंढने से कोई फायदा नहीं. जब वह घर आ जाए तो हमें भी सूचना पहुंचा देना. इस- सब के बाद तो मैं और मेरी मां पहले बीमारी से पिता की मौत और बाद में भाई के खो – जानें से एकदम टूट गए.
करौली में कचरे के ढेर में मिला था आकाशकरौली में निशक्तजनों और असहाय लोगों की सेवा के लिए संचालित काव्या सेवा संस्थान के संस्थापक पुष्पेंद्र लावानिया ने बताया कि किसी की सूचना के जरिए आकाश उन्हें करौली के हिंडौन गेट के पास कचरे की ढेर पर मानसिक प्रताड़ित रूप में मिला था. उस वक्त आकाश की हालत भी काफ़ी गंभीर थी, उसके एक पैर में भी गंभीर चोट भी आई हुई थी. इसके बाद सबसे पहले उसे काव्या सेवा संस्थान लाया गया और लगभग 2 महीने तक उसके पैर की चोट का इलाज भी सामान्य जिला चिकित्सालय में चला.
लवानिया ने बताया कि कई दिनों बाद जब आकाश एकदम फिट हों गया तो संस्था में उसकी काउंसलिंग शुरू हो गई. 1 महीने में दो बार होने वाली काउंसलिंग में उसने कई बार अपना नाम बदलता हुआ बताया. लेकिन हाल फिलहाल होने वाली काउंसलिंग में आकाश की मानसिक स्थिति काफी ठीक थी और उसने अपना सही पता और और अपनी मां का मोबाइल नंबर बता दिया. इसके बाद संस्था द्वारा आकाश की मां और उनकी बहन को सूचना दी गई.
इस कारण बिगड़ी थी आकाश की मानसिक हालतजानकारी के अनुसार आकाश की मानसिक स्थिति पहले छोटी बहन की अचानक मौत और फिर पिता की लंबी बीमारी के चलते मौत हो जाने से बिगड़ गई थी. इसी कारण से वह फिरोजाबाद से घूमते-घूमते करौली पहुंच गया.
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FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 21:30 IST