Microsoft CEO Satya Nadella Son Zain Died Born with Cerebral Palsy | माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला के बेटे का 26 साल की उम्र में निधन, Cerebral Palsy से थे पीड़ित

अमरीका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (Microsoft Corp.) के सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) के बेटे जेन नडेला (Zain Nadella) का निधन हो गया है। जेन ने 26 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने एक्सीक्यूटिव स्टाफ को एक ईमेल में इसकी जानकारी दी।
नई दिल्ली
Published: March 01, 2022 12:49:57 pm
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (Microsoft Corp.) के सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। उनके बेटे जैन नडेला (Zain Nadella) का निधन हो गया है। जैन नडेला ने 26 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। दरअसल जैन बचपन से ही सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से ग्रसित थे। मिली जानकारी के मुताबिक जैन नडेला का इलाज चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में चल रहा था। जैन की मौत के बाद हॉस्पिटल के सीईओ जेफ स्पेरिंग ने बोर्ड से एक मैसेज साझा किया। इस मैसेज में कहा गया था कि, ‘जैन को म्यूजिक की पसंद के लिए याद किया जाएगा।’

Microsoft CEO Satya Nadella Son Zain Died Born with Cerebral Palsy
दरअसल माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला की वर्ष 2017 में एक किताब आई थी। इसमें उन्होंने सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रहे अपने बेटे से जुड़ी कई बातों का जिक्र भी किया था। उन्होंने बताया था कि, सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर होता है जो बच्चों की शारीरिक गति, चलने-फिरने की क्षमता को प्रभावित करता है।
भारतीय मूल के लोगों से अमेरिकी कंपनियों को हो रहा अरबों का मुनाफा
Microsoft says son of CEO Satya Nadella has died pic.twitter.com/AYa5CwyU0J
— HackerzTrickz (@HackerzTrickz) March 1, 2022
बेटे को लेकर क्या बोले थे सत्या नडेला
सत्या नडेला कई मौकों पर अपने बेटे जैन के बारे में बात कर चुके। सत्या ने बताया था कि उनके करियर में बेटे जैन का बहुत योगदान रहा है। एक बार उन्होंने कहा था, ‘जैन के पैदा होने के बाद मेरे लिए चीजें बदलने लगीं। उसके जन्म ने हर चीज पर असर किया। ‘मैं कैसे सोचता हूं, कैसे लीड करता हूं और किस तरह लोगों से जुड़ता हूं…ये सब जैन के आने से बदल गया।’
जैन ने निधन पर कंपनी ने स्टाफ को एक ईमेल भेजा। इसमें कहा कि सभी शोक संतप्त परिजनों के लिए प्रार्थना करें और उन्हें इससे बाहर आने की प्राइवेसी व स्पेस दें।
सेरेब्रल पाल्सी बच्चो में उनके मस्तिष्क और मांसपेशियों से जुड़ी समस्या होती है, जो करीब तीन साल से ज्यादा उम्र के 1,000 में से लगभग दो से तीन बच्चों को होती है।
भारत में लगभग 5 लाख बच्चे एवं वयस्क इस बीमारी से जूझ रहे हैं। यह बीमारी मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में चोट लगने के कारण होती है, जो बच्चों में होने वाली मोटर डिजीज में से सबसे आम बीमारी है। यह बीमारी संक्रामक नहीं होती है। हालांकि ये लक्षण सभी बच्चों में अलग-अलग हो सकते हैं।
सत्य नडेला से सीखें सफलता के गुर
अगली खबर