Rajasthan

Minister found fake children in hostel during inspection | राजस्थान में मंत्री से भी नहीं डरा अधीक्षक : निरीक्षण के दौरान हॉस्टल में दिखा दिए फर्जी बच्चे, बाद में होना पड़ा सस्पेंड

मंत्री रात में अचानक हॉस्टल का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां बेखौफ अधीक्षक ने उन्हें फर्जी बच्चे दिखाए।

राजस्थान में मंत्री से भी नहीं डरा अधीक्षक : निरीक्षण के दौरान हॉस्टल में दिखा दिए फर्जी बच्चे, बाद में होना पड़ा सस्पेंड

राजस्थान में मंत्री से भी नहीं डरा अधीक्षक : निरीक्षण के दौरान हॉस्टल में दिखा दिए फर्जी बच्चे, बाद में होना पड़ा सस्पेंड

जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रात को एक हॉस्टल में अचानक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने हॉस्टल की व्यवस्थाओं को देखा। छात्रों के बारे में पूछा तो अधीक्षक ने मंत्री के सामने छात्रों को हाजिर कर दिया। जब छात्रों के बारे में मंत्री ने जानकारी जुटाई तो मालूम चला कि जो छात्र मंत्री के सामने खड़े थे। वह हॉस्टल के छात्र ही नहीं थे। वह फर्जी स्टूडेंट्स थे। जो अधीक्षक ने मंत्री को दिखाने के लिए बाहर से बुलाकर उनके सामने खड़े कर दिए थे। बेखौफ अधीक्षक की ऐसी हरकत देखकर मंत्री नाराज हो गए। इसके बाद मंत्री ने छात्रावास अधीक्षक को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।

मामला राजकीय आवास अंबेडकर छात्रावास निवाई प्रथम का है। जहां शुक्रवार रात करीब 9 बजे मंत्री अविनाश गहलोत पहुंचे। मंत्री ने छात्रावास का दौरान किया। छात्रावास में बच्चों का नामांकन देखा। मौके पर मंत्री को रजिस्टर में 39 बच्चों का नामांकन मिला। मौके पर अधीक्षक राजेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि अभी 13 बच्चे है। जिसके बारे में मंत्री ने जानकारी ली तो सामने आया कि उनमें से चार बच्चे फर्जी है। यह देखकर मंत्री ने अधीक्षक को डांट फटकार लगाई। इसके बाद अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के बाद जांच अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है।

इसके अलावा मंत्री ने दूनी में भी एक छात्रावास का अचानक निरीक्षण किया। जहां भी मंत्री को मौके पर हॉस्टल में बच्चे नहीं मिले। अधीक्षक भागचंद जाट ने पूछताछ में मंत्री को बताया कि बच्चे किसी दूसरे बच्चे के जन्मदिन के कार्यक्रम में गए है। इस पर मंत्री ने कहा कि गाड़ी लेकर जाओ और बच्चों को लेकर आओ। इसके बाद 17 बच्चों को हॉस्टल लाया गया। इस मामले में भी मंत्री ने अधीक्षक को फटकार लगाई।

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