मुंबई का इस्लाम जिमखाना: ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड और विरासत

Last Updated:November 12, 2025, 18:04 IST
मुंबई का इस्लाम जिमख़ाना 1890 में स्थापित हुआ था, जब तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर लॉर्ड हैरिस ने 14,0000 वर्ग मीटर भूमि दान की. इसकी स्थापना का उद्देश्य धार्मिक समुदायों और क्रिकेट को एक साथ जोड़ना था। उस समय क्रिकेट सांप्रदायिक आधार पर खेला जाता था, जैसे यूरोपीय, हिंदू, पारसी और मुसलमानों के अलग-अलग टीम होते थे. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, जिमख़ाना का अस्थायी कब्ज़ा अंग्रेजों ने सैन्य उद्देश्यों के लिए किया और हिंदू जिमख़ाना ने गैर-हिंदुओं को सदस्य के रूप में स्वीकार किया, जिससे जिमख़ाना संस्कृति में बदलाव आया.
मुंबई. शहर का सबसे मशहूर जिमख़ाना जो शुरुआती दिनों में क्रिकेट प्लेयर्स के प्रैक्टिस करने एक सबसे पसंदीदा ग्राउंड हुआ करता था. इस्लाम जिमखाना 1890 में तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर लॉर्ड हैरिस द्वारा दान की गई 14,0000 वर्ग मीटर की विशाल भूमि पर बनाया गया. उस समय के किसी भी अन्य जिमखाना की तरह, इस्लाम जिमखाना की स्थापना धार्मिक समुदाय और क्रिकेट को अपनी मुख्य खेल गतिविधि के रूप में स्थापित करने के विचार पर हुई थी.
उस समय अंग्रेज औपनिवेशिक भारत को एक राष्ट्र से ज़्यादा जातियों, पंथों, नस्लों और धर्मों का एक समूह मानते थे, इसलिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट जिसे उस समय चतुर्भुज कहा जाता था, सांप्रदायिक आधार पर खेला जाता था – यूरोपीय, हिंदू, पारसी और मुसलमानों के बीच यह अलग अलग टीम हुआ करती थी.
दूसरे विश्व युद्ध के समय ग्राउंड का उपयोग
दूसरे विश्व युद्ध मे धार्मिक आधार पर जिमखानों के पृथक्करण को किसी तरह कमज़ोर कर दिया गया था. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों ने सैन्य उद्देश्यों के लिए इस्लाम जिमखाना और पारसी जिमखाना पर अस्थायी कब्ज़ा कर लिया था, इसलिए उन्होंने हिंदू जिमखाना से गैर-हिंदुओं को भी अपने सदस्यों के रूप में स्वीकार करने के लिए अपने द्वार खोलने को कहा गया था. यह जिमखाना संस्कृति में लंबे समय से व्याप्त कठोर सांप्रदायिक ढांचे में सेंध लगाने की दिशा में पहला कदम था. भारत की स्वतंत्रता और समय के साथ धर्मनिरपेक्ष आंदोलन के मज़बूत होने के साथ, जिमखाना धार्मिक और सांस्कृतिक संबद्धताओं से परे देखने के लिए अधिक से अधिक उदार होते गए.
एबी डिविलियर्स भी इस ग्राउंड पर खेल चुके है
हाल ही में एबी डिविलियर्स ने एक सामाजिक पहल के तहत इस्लाम जिमख़ाना के ग्राउंड पर व्हीलचेयर क्रिकेट सत्र में भाग लिया. जिमखाना स्थानीय टूर्नामेंट और प्रशिक्षण के लिए भी एक उल्लेखनीय स्थल है. जिमखाना की जमीन कलेक्टर की है, इसलिए इसकी लीज शर्तों में से एक यह है कि मैदान आम जनता के लिए सुलभ होना चाहिए और शादी जैसे गैर-खेल गतिविधियों को अगले वर्ष में 30 दिनों तक मैदान पर आयोजित करने की अनुमति है. 2011 में, कलेक्टर ने गैर-खेल आयोजनों को केवल सप्ताह के दिनों में वर्ष में 25 दिनों तक सीमित कर दिया था.
Monali Paul
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
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Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
November 12, 2025, 18:04 IST
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जानिए मुंबई के इस्लाम जिमखाने की खासियत, ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड और विरासत



