12 साल से बड़े बच्चों को जरूर सिखा दें 5 योगासन, खेलकूद ही नहीं, पढ़ाई में भी बनेंगे होशियार, जानें तरीका

Easy Yoga Exercises For Teenagers : बचपन और किशोरावस्था में सिर्फ खेल-कूद ही नहीं, सही तरीके से शरीर और दिमाग को मजबूत बनाना भी जरूरी होता है. कई पैरेंट्स सोचते हैं कि पढ़ाई और खेल ही बच्चे की ग्रोथ है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि योग बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है. सिर्फ 15-20 मिनट रोज़ाना के योग से बच्चों का दिमाग तेज, शरीर फिट और इम्यूनिटी मजबूत होती है. खास बात यह कि ये योगासन पढ़ाई में भी मदद करते हैं, तनाव कम करते हैं और कॉन्फिडेंस बढ़ाते हैं.तो चलिए जानते हैं किशोर बच्चों को कौन से 5 योगाभ्यास जरूर करने चाहिए.
किशोर बच्चों को जरूर करना चाहिए ये योगाभ्यास-
1. सूर्य नमस्कारसबसे पहले बच्चों को सूर्य नमस्कार सिखाएं. यह पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग करता है, खून की सही सर्कुलेशन बनाता है और बॉडी को एनर्जी देता है. अभ्यास का तरीका: बच्चे धीरे-धीरे 6-8 राउंड करें. हर स्टेप को समझाकर दिखाएं, जैसे हाथ ऊपर उठाना, झुकना, आगे बढ़ना और वापस आना. शुरुआती दिनों में थोड़ी मदद करें, धीरे-धीरे बच्चे खुद इसे कर सकेंगे. रोज़ाना 5-10 मिनट करें.
2. वृक्षासनदूसरा योगासन है वृक्षासन. इसे करने से बच्चों का बैलेन्स और कॉन्फिडेंस बढ़ता है. इसके अभ्यास के लिए सबसे पहले खड़े होकर एक पैर को दूसरे पैर पर टिकाएं और हाथ ऊपर उठाएं. शुरुआत में किसी दीवार के सहारे खड़ा होना ठीक है. 20-30 सेकंड तक इसी पोज़ में रहें, फिर पैर बदलें. इसे 2-3 राउंड करें. सिर्फ फिटनेस ही नहीं, पढ़ाई में फोकस और कंसंट्रेशन भी बेहतर होता है.
3. भुजंगासनतीसरा योगासन है भुजंगासन. इसे करने से पीठ मजबूत होती है और स्ट्रेस कम होता है. अभ्यास के लिए पहले पेट के बल लेटें, हाथों को कंधों के पास रखें और धीरे-धीरे ऊपर उठें, सिर और छाती को उठाएं. 2-3 मिनट तक करें और सांस को कंट्रोल रखें. इससे बैठने की आदत और पढ़ाई के दौरान पोस्चर भी सही रहता है.
4. पश्चिमोत्तानासनचौथा योगासन है पश्चिमोत्तानासन. यह आसन पाचन बेहतर बनाता है और मांसपेशियों को फ्लेक्सिबल रखता है. अभ्यास के लिए पहले पैर सीधा फैलाकर बैठें, धीरे-धीरे आगे झुकें और हाथ पैरों तक ले जाएं. सांस पर ध्यान दें और 30 सेकंड तक इस पोज़ में रहें. धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं. बच्चों का दिमाग रिलैक्स होता है और पढ़ाई में कॉन्संट्रेशन बेहतर होता है.
5. अधोमुख श्वानासनपाँचवाँ योगासन है अधोमुख श्वानासन. इसे करने से शरीर स्ट्रेच होता है, हाथ-पैर मजबूत बनते हैं और मानसिक फोकस बढ़ता है. अभ्यास का तरीका: हाथ और पैरों के बल जमीन पर टिकाकर शरीर को उल्टे V शेप में रखें. 1 मिनट तक रहें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. यह आसन खेलकूद में भी परफॉर्मेंस सुधारता है और पढ़ाई में ध्यान बनाए रखने में मदद करता है.
याद रखें कि योग सिखाने का तरीका आसान होना रखें. पहले बच्चों को स्टेप-बाय-स्टेप दिखाएं, फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. रोज़ाना 15-20 मिनट का शॉर्ट सेशन काफी है. पैरेंट्स भी बच्चों के साथ योग करें, इससे बच्चों में उत्साह बढ़ता है और वे इसे लगातार करेंगे.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)



