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Rajasthan smallest district Dudu has an interesting story knowing it will bring a smile on your face | राजस्थान के सबसे छोटे जिले दूदू की है रोचक कहानी, जानेंगे तो चेहरे पर आएगी मुस्कान

Rajasthan Smallest District : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों के गठन की मंजूरी जारी कर दी। अब राजस्थान में 50 जिले हो गया हैं। राजस्थान में सबसे छोटा जिला दूदू हैं। इसके बनने की कहानी बेहद रोचक है। जानें चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

राजस्थान में सबसे छोटे जिले का नाम दूदू है। राजस्थान के सबसे छोटे जिले दूदू की कहानी रोचक है। 6 माह पहले दूदू पंचायत थी। इसके बाद पालिका और फिर जिले तक का सफर पूरा हुआ। इस दूदू जिले में सबसे कम तीन तहसील, तीन थाने और एक पुलिस सर्किल होगा। सीएम अशोक गहलोत ने विधानसभा में 10 फरवरी को बजट पेश किया था। उसे समय तक दूदू पंचायत ही थी। बजट पेश करते ही मुख्यमंत्री गहलोत ने इसे नगरपालिका बनाने की घोषणा की। बजट पारित होने के दिन 17 मार्च को मुख्यमंत्री गहलोत ने दूदू को जिला बनाने की घोषणा की। दूदू वर्ष 2012 में ही तहसील बना था। इसी वर्ष बजट में ही मौजमाबाद में पुलिस थाना खोला गया था।

तीन थानों पर एसपी तीन तहसीलों पर कलेक्टर

दूदू, फागी, मौजमाबाद तहसील पर एक कलेक्टर होगा। इस जिले में तीन थाने दूदू, मौजमाबाद व फागी होंगे। यह सभी सीओ सर्कल दूदू के अधीन होंगे। इनके सुपरविजन के लिए एक सीओ, एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व एक पुलिस अधीक्षक होगा।

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दूदू (DUDU) की कुल जनसंख्या सिर्फ 3,12,857

दूदू जिले में दूदू, मौजमाबाद और फागी उपखंड के 60 ग्राम पंचायतों के 241 गांव हैं। जिसकी आबादी 3,12,857 है। आबादी की नजर से देखें तो दूदू जिला प्रदेश में सबसे छोटे जिले में शामिल हो गया है। दूदू उपखंड के 68, फागी के 85, और मौजमाबाद के 90 गांवों को शामिल किया गया है।

राजस्थान के 19 नए जिलों में 106 उपखंड और 136 तहसीलों को शामिल

राजस्थान के 19 नए जिलों में 106 उपखंड और 136 तहसीलों को शामिल किया गया है। राजस्थान सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। अब यहां पर जिला उपखंड और तहसील मुख्यालय बनाए जाएंगे। इसके लिए नए भवनों की तलाश की जा रही है। कहीं जमीनों को चिन्हित किया जा रहा है। नए जिलों के बनने से जनता को अब सरकारी कामकाज के लिए दूरदराज नहीं जाना पड़ेगा। अभी तक तो पुराने जिलों में रहने वाले लोगों को 100 किमी से भी ज्यादा की यात्रा करनी पड़ती थी। पर समय और धन दोनों बचेगा।

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