Nagaur News: भीषण गर्मी में भारवाही पशुओं की दोपहर में ड्यूटी पर रोक, राजस्थान सरकार का अहम फैसला

Last Updated:May 06, 2025, 12:02 IST
Nagaur News: पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने 2 मई 2025 को जारी निर्देशानुसार अब दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक भारवाही पशुओं का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा. यह निर्णय पशु कल्याण की दृष्टि से बेहद महत्वपू…और पढ़ें
माल ढोता खच्चर
प्रदेश में भीषण गर्मी और हीट वेव का असर अब पशुओं के जीवन को प्रभावित कर रहा है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है. राजस्थान का नागौर जिला पशुपालन की दृष्टि से पूरे राजस्थान के अग्रिम जिलों में से एक है. यहां पर किस बड़े स्तर पर पशुपालन करते हैं. ऐसे में घोड़े, बैल, खच्चर, भैंसे और गधों जैसे भारवाही पशु भी लगातार काम करते हुए गंभीर शारीरिक संकट झेल रहे हैं. इसी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने दोपहर के समय इन पशुओं से कार्य कराने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने 2 मई 2025 को जारी निर्देशानुसार अब दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक भारवाही पशुओं का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा. यह निर्णय पशु कल्याण की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. साथ ही, पूरे प्रदेश में इसके लिए एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि पशुपालकों को इस आदेश की जानकारी मिले और वे इसका पालन सुनिश्चित करें.
जिले स्तर पर सख्त मॉनिटरिंग की जाएगीइस आदेश के पालन हेतु नागौर सहित पूरे प्रदेश के सभी जिलों में पशुपालन विभाग, पुलिस प्रशासन, नगर निकाय एवं अन्य विभागों की संयुक्त निगरानी टीम गठित की जा रही है. ये टीमें दोपहर के समय बाजारों, निर्माण स्थलों, गांवों और कस्बों में भ्रमण कर नियमों की पालना सुनिश्चित करेंगी. साथ ही डॉ. शर्मा ने बताया कि केवल आदेश जारी करना पर्याप्त नहीं होता, इसके लिए जनजागरूकता भी जरूरी है. पशुपालन विभाग ने समस्त पशुपालकों से अपील की है कि गर्मी के इस भीषण दौर में पशुओं से करुणामय व्यवहार करें. उन्हें भी जीवित रहने का हक है. दोपहर में उनसे कार्य न करवाएं, छायादार स्थान पर रखें और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराएं.
मौसम की मार से बेहाल पशुराज्य के अधिकांश जिलों में तापमान लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. ऐसे में दोपहर की चिलचिलाती धूप में पशुओं से बोझा खुलवाना उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार इस समय पशुओं को हीट स्ट्रोक, निर्जलीकरण, थकावट और यहां तक कि मृत्यु तक की आशंका बनी रहती है. पशु चिकित्सक रमेश चौधरी ने बताया कि गर्मी में पशुओं को विश्राम, छाया और शुद्ध पानी की आवश्यकता होती है.
Location :
Nagaur,Rajasthan
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भीषण गर्मी में भारवाही पशुओं की दोपहर में ड्यूटी पर रोक, सरकार का अहम फैसला