जैसलमेर के पहाड़ों में है छुपा नरासर कुंड, बारिश में अलग देखने को मिलता है दृश्य, VIDEO
जैसलमेर: रेगिस्तान के मखमली धोरों के लिए प्रसिद्ध जैसलमेर में पोकरण तहसील के नरासर कुंड ने अपनी अलग पहचान बनाई है. पहाड़ों की गोद में स्थित इस जगह पर बारिश के मौसम में झरना बहता है, और यह धीरे-धीरे स्थानीय लोगों के लिए एक आकर्षक पिकनिक स्थल बनता जा रहा है. हालांकि बाहरी पर्यटकों के लिए यह जगह अब भी काफी हद तक अनजान है.
पोकरण से लगभग 4 किलोमीटर दूर कैलाश टेकरी नामक क्षेत्र में करीब 100 मीटर ऊंचाई के पहाड़ फैले हुए हैं. इन पहाड़ों पर एक ओर प्राचीन शिव मंदिर स्थित है, तो दूसरी ओर नरासर कुंड, जहां बारिश के दिनों में पानी झरने के रूप में बहता है. यह पानी आगे नदियों से होता हुआ नमक के रण क्षेत्र में पहुंचता है. इस प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के लिए स्थानीय लोग अपने परिवारों के साथ यहां समय बिताने आते हैं.
स्थानीय लोग और समाजसेवी कर रहे हैं प्रयासपोकरण के निवासी और समाजसेवी नारायण रंगा बताते हैं कि पहले इस जगह का नाम ‘साथलेमर’ हुआ करता था और यहां एक विकसित सभ्यता बसी हुई थी. करीब 600 साल पहले भैरव राक्षस के आतंक के कारण यहां के लोग इस जगह को छोड़कर पोकरण में बस गए. इस जगह पर अब भी प्राचीन छतरियां और मकानों के भग्नावशेष मौजूद हैं, जो इस सभ्यता के अस्तित्व की पुष्टि करते हैं.
पर्यटन स्थल के रूप हो सकता है विकसितपर्यटन स्थल के रूप पोकरण के एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता गौरीशंकर जोशी पिछले 23 वर्षों से इस क्षेत्र के शिव मंदिर और अन्य स्थानों के विकास कार्य में जुटे हैं. उन्होंने रोड पर रौशनी, पक्की सड़कें और मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियों का निर्माण करवाया है. उनका कहना है कि अगर सरकार प्रयास करे तो नरासर कुंड को एक बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है, जिससे न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इस अनोखी जगह को बाहरी दुनिया के सामने भी प्रस्तुत किया जा सकेगा.
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FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 16:13 IST