देशी व्यायाम से शरीर में रहती है स्फूर्ति, आज भी इस देसी व्यायाम को संजोकर रखें हैं ‘पागल बाबा’-Native exercise keeps the body energetic, even today Pagal Baba has preserved this native exercise
जालौर : पहला सुख निरोगी काया…..का आशय यह है कि शरीर स्वस्थ और सेहतमंद है तभी तो आप जीवन का आनंद ले सकेंगे. घूमना-फिरना, हंसी-मजाक, पूजा-प्रार्थना, मनोरंजन आदि सभी कार्य अच्छी सेहत वाला व्यक्ति ही कर सकता है.
देश के पुराने इतिहास को बचाने के लिए साधु महात्माओं का बहुत बड़ा योगदान रहा है इतिहास के करीब बड़े पन्नों में भगवान परशुराम और अनेकों ऋषि मुनियों ने संस्कृति को बचाने के लिए अपनी भूमिका निभाई है. सिरोही में भी वेदनाथ जी मंदिर के महंत पागल बाबा महाराज आज भी देसी व्यायाम करके शरीर और मानसिक स्थिति को फिट रखने का संदेश दे रहे हैं
सिरोही के पागल बाबा महाराज हर सुबह 100 से ज्यादा डिप्स लगते हैं और देसी व्यायाम के अनेकों गन अपने भक्तों को सजा करते हैं देसी व्यायाम से शरीर को कैसे स्पूर्ति व स्वस्थ रखना है और समाज में अपनी कैसी भूमिका रखती है उसके गुण प्रत्येक दिन यहां पर आने वाले लोगों को बताते हैं सिरोही में पागल बाबा महाराज देसी व्यायाम के नाम पर बहुत ही प्रचलित है
वेदनाथ जी मंदिर के महंत पागल बाबा महाराज आध्यात्मिक ज्ञान के साथ में देसी व्यायाम का ज्ञान भी लोगों को साझा करते हैं आज के इस तकनीकी युग में भी जिम व रोलर को पैर रखकर अपने घर में रखे देसी जुगाड़ से भी शरीर को फिट रखने का ऑनर बाबा लोगों से साजा करते हैं, बाबा का कहना है कि संस्कृति को बचाने के लिए और एक साधु महात्मा ने अपने त्याग व आध्यात्मिक से लोगों को जागरूक किया है और इसी का फल स्वरुप है कि बाबा से जुड़ने के लिए आसपास के कई गांव से लोग बाबा के पास आते हैं बाबा देसी व्यायाम फ्री करवाते हैं किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 23:31 IST