Rajasthan University:mobile Usage Ban – Rajasthan University: परीक्षा के दौरान मोबाइल उपयोग नहीं कर सकेंगे कार्मिक

Rajasthan University की ओर से आयोजित करवाए जाने वाली परीक्षाओं के दौरान केंद्राधीक्षक या प्राचार्य के अतिरिक्त कोई भी कार्मिक मोबाइल नहीं रख सकेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

परीक्षा कक्ष में मोबाइल का उपयोग कर रहे थे वीक्षक
परीक्षार्थियों को हो रहा था व्यवधान
जयपुर।
राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित करवाए जाने वाली परीक्षाओं के दौरान केंद्राधीक्षक या प्राचार्य के अतिरिक्त कोई भी कार्मिक मोबाइल नहीं रख सकेगा। राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. राकेश राव ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। गौरतलब है कि वर्तमान में राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न विषयों और सेमेस्टर्स की परीक्षाएं संचालित की जा रही हैं। देखने में आया था कि इस दौरान कई परीक्षा केंद्रों पर वीक्षक परीक्षा कक्ष में मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं जिससे ना केवल परीक्षा की गोपनीयता भंग होने की संभावना बन रही है साथ ही परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को भी परेशानी हो रही थी। ऐसे में कई परीक्षार्थियों और छात्र प्रतिनिधियों ने इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक के पास लिखित में शिकायत की थी।
परीक्षा कक्ष में प्रवेश की अनुमति देने के निर्देश
इतना ही नहीं राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने सभी संघटक, सम्बद्ध कॉलेजों के प्राचार्यों और केंद्राधीक्षकों को यह भी निर्देश दिए है कि वह विश्वविद्यालय की फ्लाइंग स्कवायड टीम को परीक्षा केंद्रों में विश्वविद्यालय की ओर से निर्धारित की गए समय के दौरान परीक्षा केंद्र पर विद्यार्थियों की तलाशी लेने की अनुमति दें साथ ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश की अनुमति दें। जिससे परीक्षा की पारदर्शिता बनी रहे।
इसलिए देने पड़े आदेश
दो दिन पूर्व राजस्थान कॉलेज में चल रही लॉ प्रथम वर्ष की परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय की फ्लाइंग स्कवायड ने औचक निरीक्षण कर नकल करते हुए तकरीबन 23 छात्रों पर अनफेयर मीन्स का केस बनाया था, इस दौरान उन्हें कॉलेज में विरोध का सामना करना पड़ा। ना केवल छात्रों ने इसे लेकर हंगामा किया बल्कि कॉलेज प्रशासन ने भी इसमें उन्हें सहयोग नहीं दिया। हंगामा इस कदर हुआ कि मौके पर गांधी नगर पुलिस को पहुंचना पड़ा।
इसे देखते हुए अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्देश जारी किए हैं।