Noise from mobile and video games is taking away the ability to hear | 9 देशों में अध्ययन, सुनने की क्षमता छीन रहा मोबाइल और वीडियो गेम्स का शोर

जयपुरPublished: Jan 30, 2024 05:14:14 pm
स्वास्थ्य संकट : विश्व स्वास्थ्य संगठन के शोध में चिंताजनक खुलासा
वीडियो गेमर्स अक्सर कई घंटों तक तेज आवाज में इन वीडियो गेम्स को खेलते हैं।
नई दिल्ली. कभी पारंपरिक खेलों से गली, मोहल्ले और मैदान आबाद रहते थे, लेकिन अब इन खेलों की जगह मोबाइल फोन और वीडियो गेम ने ले ली। वीडियो गेमर्स की इस नई जमात में बच्चे ही नहीं, बड़े भी शामिल हैं। लेकिन यह शौक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के हालिया अध्ययन में सामने आया है कि लंबे समय तक तेज शोर में रहने से सुनने की क्षमता इस कदर प्रभावित हो रही है कि उससे उबरने की संभावना भी घट रही है। इसके साथ ही इन वीडियो गेमर्स में टिनिटस की समस्या भी देखी गई है। टिनिटस से पीडि़तों को अक्सर कान में रह रहकर घंटी, सीटी और सनसनाहट जैसी आवाजें सुनाई पड़ती हैं। यह समस्या रात में सोते वक्त और गंभीर हो सकती है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक वीडियो गेमर्स अक्सर कई घंटों तक तेज आवाज में इन वीडियो गेम्स को खेलते हैं। जिससे ध्वनि का स्तर कानों के लिए निर्धारित सुरक्षित सीमा करीब या उससे अधिक होता है।