भरतपुर में पैदा होने वाले इस बेर की मार्केट में है काफी डिमांड, किसान हो रहे इसकी बागवानी से मालामाल

Last Updated:March 14, 2025, 10:57 IST
Agriculture Tips: सीदपुर और अंडऊआ नगला के किसान बड़े पैमाने पर बेर की बागबानी कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. यहां के गोला और पेमदी बेर मीठे होने के कारण काफी ज्यादा मार्केट में बिकते हैं, किसान बताता है, कि बेर के प…और पढ़ेंX
बेर की बागवानी करता किसान
हाइलाइट्स
भरतपुर में बेर की खेती से किसान हो रहे मालामालगोला और पेमदी बेर की बाजार में भारी मांगबेर के पेड़ की आयु होती है लंबी
भरतपुर:- बेर की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद होती है. इसके पेड़ की आयु भी काफी लंबी होती है. एक बार इसका बगीचा तैयार हो जाए, तो सालों तक फल आते रहते हैं, और अच्छी कमाई होती है. वहीं जिले के सीदपुर गांव के किसान भी बेर की खेती कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं. बता दें, कि इस क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी बेर की खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त मानी जाती है. यहां के गोला और पेमदी बेर की काफी डिमांड है, जिससे यहां के किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा मिल रही है. यहां सीदपुर और अंडऊआ नगला के किसान बड़े पैमाने पर बेर की बागबानी कर रहे हैं, तो चलिए किसान से ही जानते हैं, बेर की खेती के बारे में
किसान ने बेर के बारे में दी जानकारीकिसान धर्मेंद्र स्वामी ने लोकल 18 को बताया, कि सीदपुर में मुख्य रूप से गोला और पेमदी बेर की खेती की जाती है. इन बेरों का स्वाद मीठा और रसीला होता है. जिससे इनकी बाजार में भारी मांग बनी रहती है. किसान ने आगे बताया, कि बेर की खेती के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, लेकिन एक बार बगीचा तैयार हो जाने के बाद इसमें लागत कम आती है और मुनाफा अधिक होता है. इसके अलावा बेर का पेड़ सूखा सहनशील होता है, जिससे किसानों को सिंचाई पर अधिक खर्च नहीं करना पड़ता.
बेर की खेती है फायदेमंदवे आगे बताते हैं, कि यहां के किसान अपनी फसल को भरतपुर के अलावा अन्य शहरों की मंडियों में बेचते हैं. इन मंडियों में सीदपुर के बेर की खास डिमांड रहती है, और ग्राहकों द्वारा इसे खूब पसंद किया जाता है. किसान आगे बताते हैं, कि इनकी गुणवत्ता और स्वाद के कारण व्यापारी भी इन बेरों को अच्छे दामों पर खरीदते हैं. कुछ किसान अब अपनी उपज को दूर-दराज के शहरों तक पहुंचाने की योजना बना रहे हैं. जिससे उन्हें और अधिक मुनाफा हो सके. बेर की खेती किसानों के लिए एक फायदेमंद व्यवसाय बन गई है.
बेर के पेड़ की आयु होती है लंबीआगे वे बताते हैं, कि बेर के पेड़ों की आयु लंबी होती है और एक बार बाग तैयार होने के बाद कई सालों तक फल उत्पादन जारी रहता है, जिससे किसानों को निरंतर आय प्राप्त होती रहती है. वे बताते हैं, कि सीदपुर गांव में बेर की खेती ने किसानों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बना दिया है. सरकार और कृषि विशेषज्ञ भी किसानों को उन्नत तकनीकों की जानकारी देकर उनकी मदद कर रहे हैं. जिससे भविष्य में बेर की खेती और भी उन्नत हो सके
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
March 14, 2025, 10:57 IST
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भरतपुर में हो रहे इन बेरों की मार्केट में है काफी डिमांड, हो रही बेहतर कमाई