Now Poor Students Will Also Be Able To Prepare For Higher Posts – अब गरीब विद्याथी भी कर सकेंगे उच्च पदों की तैयारी

मुख्यमंत्री अनुपति कोचिंग योजना के तहत आवेदन मांगे

जयपुर. यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा हो या फिर आरएएस परीक्षा अब गरीब तबके के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को मंहगे कोचिंग संस्थान का रुख करने की जरूरत नहीं होगी। सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग (Department of Social Justice and Empowerment) ने मुख्यमंत्री अनुपति कोचिंग योजना के तहत एेसे विद्यार्थियों से आवेदन मांगे हैं। आवेदन 24 सितंबर तक किए जा सकेंगे।
राज्य सरकार की ओर से आर्थिक रूप से गरीब मेधावी छात्रों एंड छात्राओं के लिए इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के शुरू होने से प्रदेश के गरीब मेधावी छात्रों को महंगे कोचिंग संस्थान जाने की जरूरत नहीं होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में इसे शुरू किए जाने की घोषणा की थी। योजना के तहत अल्संख्यक,पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्रों को कोचिंग प्राप्त करने के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। इसके तहत, जिन विद्यार्थियों के परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपए से कम होगी और जिनके माता पिता मैट्रिक्स लेवल11 तक का वेतन ले रहे हैं,वो सभी इस योजना के पात्र होंगे।
इन परीक्षाओं में मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना के तहत कोई भी विद्यार्थी इस योजना का लाभ केवल एक साल के लिए उठा सकेगा। यह योजना यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा, आरपीएससी आरएएसपरीक्षा, आरएसएमएसएसबी परीक्षा, सब इंस्पेक्टर परीक्षा, वर्तमान पे मैट्रिक्स लेवल 10 परीक्षा, रीट, आरएसएसबी पटवारी और कनिष्ठ अभियंता परीक्षा, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षा, क्लेट आदि परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद होगी।